गणपति बप्पा को दी विदाई, आज करेंगे विसर्जन
मैनपुरी जासं। कोरोना संक्रमण की वजह से पहली बार सार्वजनिक पंडालों से दूर रहे गजानन मंगलवार को विदा लेंगे। श्रद्धालुओं ने घर-घर विराजे भगवान गणेश की विदाई की तैयारियां कर ली गई हैं। वहीं कुछ लोगों ने सोमवार को गणपति का विसर्जन किया।
जासं, मैनपुरी: कोरोना संक्रमण की वजह से पहली बार सार्वजनिक पंडालों से दूर रहे गजानन मंगलवार को विदा लेंगे। श्रद्धालुओं ने घर-घर विराजे भगवान गणेश की विदाई की तैयारियां कर ली गई हैं। वहीं कुछ लोगों ने सोमवार को गणपति का विसर्जन किया।
चतुर्थी को भगवान गजानन को श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण की वजह से घरों में विराजमान किया। करीब 17 साल बाद भगवान गणेश सार्वजनिक पंडालों से दूरी बनाते दिखे। इस बार वैसे भी श्रद्धालुओं कम तादात में गजानन को प्रतिष्ठित किया था, इसके पीछे शासन की धार्मिक कार्यक्रमों में श्रद्धालुओं की सहभागिता पर रोक लगाना भी रहा।
अब कोरोना काल में घरों में विराजे गजानन को वैसे तो पांच और सातवें दिन भी विदाई दी गई, लेकिन ज्यादातार श्रद्धालु दसवें दिन भगवान गणेश को विदाई देते हैं। अब मंगलवार को अनंत चतुर्दशी है, इस दिन गजानन को विदा करने की खास परंपरा भी है। अब मंगलवार को विदाई के साथ नौ दिन से चले आ रहे धार्मिक कार्यक्रम का समापन हो जाएगा।
इधर, अजीतगंज में भांवत स्थित नहर पुल पर पुलिस की मौजूदगी में भक्तों ने प्रसाद चढ़ाकर और पूजन कर प्रतिमा का विसर्जन किया। इस अवसर पर सौरभ दुबे, डॉ नरेंद्र मिश्रा, रूपकिशोर दुबे, कृष्णा, बेबी मिश्रा, नीतिका देवी, प्रमोद मिश्रा, रेनू दुबे, अंकुर मिश्रा, तस्लीम अली, रंजना मिश्रा मौजूद थे।
कुसमरा में निकली गणपति बप्पा की विसर्जन यात्रा
संसू, कुसमरा: घरों में स्थापित भगवान गणपति को श्रद्धालुओं ने सोमवार को विदाई दी। गुलाल लगाकर अगले बरस आने की कामना की गई तो समाज को कोरोना संक्रमण से बचाने की प्रार्थना की गई।
कस्बा में सोमवार सुबह से ही विसर्जन यात्रा शुरू हुईं। एक-दूसरे पर गुलाल की बौछार करते हुए आगे बढ़ रहे थे। प्रतिमा का विसर्जन लोअर गंग नहर में किया। यात्रा में ऋषि, शिवम कुमार, रंजीत, कृष्णा, दीपक , पिकी देवी, मधु, गीता देवी, रिकी देवी शामिल हुए।