विद्युत संविदाकर्मियों ने दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी
लंबित मांगों का निस्तारण न होने से नाराज संविदा विद्युतकर्मियों ने अब पूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। विरोध प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा है।
जासं, मैनपुरी : लंबित मांगों का निस्तारण न होने से नाराज संविदा विद्युतकर्मियों ने अब पूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। विरोध प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा है।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन संविदा कर्मचारी संघ के बैनरतले संविदा कर्मियों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। संघ के जिलाध्यक्ष सुबोध यादव का कहना है कि कार्पोरेशन द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों से बड़ी लाइनों के ब्रेकरों पर काम कराया जा रहा है, लेकिन सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए हैं। लगातार हो रहे इस शोषण की वजह से आउटसोर्स कर्मचारियों के सामने परिवार का भरण-पोषण करने की समस्या बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि अभी तक आउटसोर्स कर्मचारियों को ई-पहचान पत्र नहीं दिए गए है। इसकी वजह से इन कर्मचारियों को अपना उपचार कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फील्ड वर्क तो कराया जाता है, लेकिन विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का पहचान पत्र तक नहीं दिया जा रहा है। उपाध्यक्ष हरीकांत ने कहा कि जिन शर्तों के साथ अनुबंध कर इन्हें काम दिया गया था, वे सभी अनुबंध कागजों तक ही सिमटे हुए हैं। कर्मचारियों की सुरक्षा की खुलकर अनदेखी की जा रही है। किसी भी कर्मचारी के खाते में भविष्य निधि की धनराशि नहीं भेजी जा रही है।
परेशान कर्मचारियों ने डीएम और अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन देकर बताया है कि मनमानी के विरोध में सभी संविदा कर्मियों द्वारा पहले 15 नवंबर को लखनऊ में धरना दिया जाएगा। उसके बाद भी यदि बात नहीं बनती है तो 16 और 17 नवंबर को स्वैच्छिक अवकाश रखकर विरोध जताएंगे। उसके बाद 18 नवंबर से पूर्ण कार्य बहिष्कार कर दिया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन के दौरान विमल कुमार, धर्मेंद्र सिंह, अरविद राजपूत, सुभाष चंद्र, प्रमोद शाक्य, विनय कुमार, रामदूत, जितेंद्र कुमार, अमित कुमार आदि उपस्थित थे।