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मैनपुरी - चुनाव ने छीना दिन का सुकून, क्लोजिग ने उड़ा दी रातों की नींद

31 मार्च को समाप्त हो रहा है वित्तीय वर्ष देर रात तक दफ्तरों में निपटाई जा रहीं फाइलें।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 10:28 PM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 06:26 AM (IST)
मैनपुरी - चुनाव ने छीना दिन का सुकून, क्लोजिग ने उड़ा दी रातों की नींद
मैनपुरी - चुनाव ने छीना दिन का सुकून, क्लोजिग ने उड़ा दी रातों की नींद

मैनपुरी, जागरण संवाददता। मौजूदा वित्तीय वर्ष को खत्म होने में अभी दो दिन बाकी हैं लेकिन कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों का ब्लड प्रेशर हाई हो रहा है। एक तो लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारियां, उस पर क्लोजिग की टेंशन ने रातों की नींद उड़ा दी है। स्थिति यह है कि दिन भर चुनावी कार्य निपटाने के बाद कर्मचारियों को आधी-आधी रात तक जागकर दफ्तरों की फाइलों में माथापच्ची करनी पड़ रही है।

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मौजूदा वित्तीय वर्ष 2018-19 की लंबित पड़ी फाइलों को निपटाने में कर्मचारी जुटे हुए हैं। एक अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो जाएगा। ऐसे में विभागीय जिम्मेदार किसी भी प्रकार की खामी को बाकी छोड़ना नहीं चाहते हैं। शुक्रवार को कोषागार में दिन भर कर्मचारियों की टेबिलों पर भीड़ लगी रही। हर कोई अपनी फाइलों को दुरुस्त कर लेन-देन को निपटाने में व्यस्त दिखा।

जिला चिकित्सालय और सीएमओ कार्यालय में कर्मचारी लंबित काम को निपटाने में लगे रहे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सागर का कहना है कि देर रात तक दफ्तरों में काम करना पड़ रहा है। कोई भी लेन-देन लंबित न रहे, इसके लिए कर्मचारियों से अतिरिक्त मदद ली जा रही है। सीएमओ डॉ. एके पांडेय का कहना है कि दवाओं के अलावा सीएचसी और पीएचसी के लिए खरीदे गए उपकरणों आदि का ब्यौरा भी तैयार करा ऑनलाइन कराया जा रहा है। सबसे ज्यादा परेशान कर्मचारी हैं। ज्यादातर कर्मचारी ऐसे हैं जो अपने विभागों में दो या अतिरिक्त पटल की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में दिन में उनकी ड्यूटी चुनाव कार्यक्रम में लगाई गई है और रात के समय में अपने विभागीय कार्यों को निपटाना पड़ रहा है। बैंकों में व्यवस्था चौपट, ग्राहक परेशान: सबसे ज्यादा समस्या बैंकों में हो रही है। पहले ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रही बैंकों के अधिकांश कर्मियों को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है। ऐसे में बैंकों में ज्यादातर कुर्सियां खाली पड़ी हैं। खामियाजा दूर-दराज से आने वाले उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। न तो आधार कार्ड बन पा रहे हैं और न ही पासबुक प्रिट हो रही हैं। ग्राहकों को कर्मचारियों की कमी का हवाला देकर वापस लौटाया जा रहा है। नगर पालिका में भी हो रही माथापच्ची: संचालित योजनाओं के लाभार्थियों की फाइलों को किनारे हटा इन दिनों क्लोजिग की माथापच्ची में पालिका कर्मी व्यस्त हैं। स्थिति यह है कि देर रात तक दफ्तर खोले जा रहे हैं। कर्मचारियों को अतिरिक्त समय में बुलाकर लंबित पड़ी फाइलों को निपटाया जा रहा है।


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