दो दिन की ड्यूटी, बाकी दिन आराम
जासं मैनपुरी जिला अस्पताल में पहले ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। ऐसे में जो हैं उनक
जासं, मैनपुरी : जिला अस्पताल में पहले ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। ऐसे में जो हैं, उनकी भी मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ज्यादातर चिकित्सक मनमाने ढंग से ही ड्यूटी करते हैं। कुछ तो सप्ताह में सिर्फ दो दिनों के लिए ही अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिला अस्पताल में पिछले कई दिनों से मनमानी चल रही है। 100 शैया में तैनात बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य को जिला अस्पताल से संबद्ध किया गया है। लगभग डेढ़ वर्ष से वे यहां तैनात रहकर बच्चों को उपचार दे रहे हैं। प्रत्येक शुक्रवार वे आगरा के लिए रवाना हो जाते हैं। शनिवार को वे यहां उपस्थित नहीं थे। ऐसे में बच्चों को उपचार दिलाने के लिए पहुंचे लोगों को बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ा।
फर्रूखाबाद से आने वाली ईएनटी चिकित्सक डा. दीपिका वाजपेयी भी सप्ताह में दो या तीन दिन ही आती हैं। उनके प्रतिदिन न बैठने की वजह से नाक, कान और गले की समस्याओं से संबंधित मरीजों को परेशानी से जूझना पड़ता है। शनिवार को चिकित्सकों के न बैठने की वजह से ज्यादातर मरीज सिर्फ पर्चे पर दवा लिखवाकर ही वापस लौट गए।
कोरोना भी प्रभावित कर रहा सेवाएं
जिला अस्पताल में कुछ चिकित्सक, फार्मासिस्ट के अलावा नर्सिंग कर्मी और अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। संक्रमण की वजह से उन्हें होम आइसोलेट कराया गया है। ऐसे में अस्पताल में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। आचार संहिता के साथ कोरोना संक्रमण भी है। सभी चिकित्सकों को निर्देशित किया जा चुका है कि बगैर पूर्व सूचना के जिला नहीं छोड़ेंगे। जो भी चिकित्सक अस्पताल से संबद्ध या तैनात हैं, नियमित अपनी ड्यूटी करें। यदि किसी को आवश्यक कार्य से जाना भी है तो अपनी जिम्मेदारी किसी अन्य विशेषज्ञ को देकर जाएं।
डा. पीपी सिंह, सीएमओ।