मूसलाधार बारिश से जिला पानी-पानी, सड़कें डूबीं, धंसे रास्ते
रविवार की सुबह दो घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले को पानी-पानी कर दिया। शहर में मुख्य सड़कों से लेकर गलियां और नाले सभी लबालब हो गए थे। नालों और सड़क में कहीं भी अंतर नहीं दिख रहा था। बारिश में जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोगों को इस बार सड़क धंसने का सामना भी करना पड़ा।
जासं, मैनपुरी :
दृश्य: एक
शहर के मुहल्ला खरगजीत नगर में दो घंटों की मूसलाधार बारिश में इंटरलाकिग सड़क धंस गई। गली की मुख्य सड़क धंसने से आवागमन तो बाधित हुआ ही, मकानों पर भी खतरा मंडराने लगा है। दृश्य दो
कुसमरा में बारिश ने नगर पंचायत की पोल खोल दी। पंचायत घर की ओर जाने वाला रास्ता पूरी तरह से पानी से लबालब हो गया। यहां मकानों में भी पानी भर गया। समस्या के निस्तारण को लोगों को खुद ही मशक्कत करनी पड़ी। रविवार की सुबह दो घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले को पानी-पानी कर दिया। शहर में मुख्य सड़कों से लेकर गलियां और नाले सभी लबालब हो गए थे। नालों और सड़क में कहीं भी अंतर नहीं दिख रहा था। बारिश में जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोगों को इस बार सड़क धंसने का सामना भी करना पड़ा। मुहल्ला खरगजीत नगर, आवास विकास कालोनी, राधा रमन रोड, देवपुरा में कई जगहों पर सड़कें धंस गईं। ड्रेनेज सिस्टम की भी पोल खुल गई। कई घंटों तक शहर में जलभराव की स्थितियां बनी रहीं। शहर में इन जगहों पर हुआ जलभराव
आवास विकास कालोनी, हरिदर्शन नगर, देवपुरा, राधा रमन रोड, कचहरी रोड, पंजाबी कालोनी, स्टेशन रोड, रेलवे स्टेशन, राजा का बाग, आश्रम रोड, देवी रोड, बजाजा बाजार, घंटाघर, लोहा मंडी, सदर बाजार, लेनगंज सहित दर्जनों स्थान। कस्बों में भी बदतर रहे हालात
बारिश से बिगड़े हालात कस्बों में भी लोगों की मुसीबत बढ़ाते रहे। बेवर, भोगांव, बिछवां कुरावली, बरनाहल, औंछा और कुसमरा एवं किशनी में भी बारिश की वजह से परेशानी बढ़ी रही। धान की पैदावार कर रहे किसानों के चेहरे तो खिले, लेकिन व्यापारियों के चेहरों पर परेशानी दिखी। बाजारो में जलभराव होने के कारण ज्यादातर दुकानों के शटर भी न खुले। शहर में भी दोपहर लगभग दो बजे तक जलभराव और कीचड़ की वजह से दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ दिखा। घरों में भर गया पानी
शहर में जिला अस्पताल के पीछे बसी कालोनी के अलावा आवास विकास कालोनी, पंजाबा कालोनी, देवपुरा, बंशीगौहरा और पुरानी मैनपुरी में बारिश का पानी लोगों के घरों में भर गया। नालियों की सफाई न कराए जाने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा। घर के सामन को बचाने के लिए लोग बाल्टियों से पानी निकालने में लगे रहे।