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दूध में डिटरजेंट, पान मसाला में मिला गेम्बियर

दूध में डिटरजेंट और पान मसाले में गेम्बियर (जहरीला पदार्थ) की मिलावट हो रही है। सोया सास में हानिकारक रंग मिलाया जा रहा है। टोमेटो मसाला और नमकीन भी मिलावट के खेल से नहीं बच सकी है। अब ऐसे मामलों में विभाग विक्रेताओं को नोटिस जारी करके वाद दायर करेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 04:30 AM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 04:30 AM (IST)
दूध में डिटरजेंट, पान मसाला में मिला गेम्बियर
दूध में डिटरजेंट, पान मसाला में मिला गेम्बियर

जासं, मैनपुरी: दूध में डिटरजेंट और पान मसाले में गेम्बियर (जहरीला पदार्थ) की मिलावट हो रही है। सोया सास में हानिकारक रंग मिलाया जा रहा है। टोमेटो मसाला और नमकीन भी मिलावट के खेल से नहीं बच सकी है। अब ऐसे मामलों में विभाग विक्रेताओं को नोटिस जारी करके वाद दायर करेगा।

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यह मिलावट का खेल खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा बीते महीनों में भरे गए नमूनों की प्रयोगशाला में हुई जांच में साबित हुआ है। अभिहित अधिकारी डा. टीआर रावत के अनुसार, ऐसे खाद्य पदार्थ मानव जीवन के लिए असुरक्षित हैं। अब, विभाग इन मामलों में संबंधित पक्ष को नोटिस जारी करेगा। जवाब आने पर वाद दायर किए जाएंगे। जांच में यह निकली मिलावट

अभिहित अधिकारी डा. टीआर रावत के अनुसार, खाद्य सरक्षा अधिकारियों ने बीते महीने बिछवां के नगला रिकू निवासी श्यामवीर का मिश्रित दूध का नमूना भरा था, जिसमें डिटरजेंट की मिलावट साबित हुई। उखरैंड, सिरसांगज के यहां से लिए सास के नमूने में सनसेट यलो रंग साबित हुआ, जबकि इन्हीं के सोया सास में सिथेंटिक रंग मिला पाया गया। करहल के बाग वृंदावन निवासी संजीव कुमार जैन के टोमेटो मसाले समेत चार नमूने अद्योमानक और असुरक्षित पाए गए। एलाऊ के प्रशांत कुमार के यहां से भरे खाद्य तेल में पेराक्साइड और रैंसीडिटी पाया गया है। एक कंपनी के गुटखा में केसर नहीं मिली, जबकि गेम्बियर पाया गया, यह भी असुरक्षित निकला।

अभिहित अधिकारी के अनुसार, कुरावली के महाकाली ट्रेडर्स के यहां से सुप्रीम कुकिग मीडियम अद्योमानक और असुरक्षित मिला। इन्हीं के यहां से आगरा की एक कंपनी के बने सोयाबीन रिफाइंड की जांच में यह असुरक्षित मिला, इसमें रैंसीटिडी, पेरोक्साइड की मात्रा कम मिली। शहर के देवी रोड स्थित पांडेय के अहाता में दुकान चलाने वाले रवींद्र सिंह की कचरी में सिथेटिक रंग मिला, जबकि छोटी नगरिया के अफरोज की कचरी में रंग के अलावा टाट्राजीन मिला। शहर के यादव मार्केट के रोहित जैन और सिधिया तिराहा के सुभाष ट्रेडिंग कंपनी से लिए गए वनस्पति और रिफाइंड में भी असुरक्षित मिले। राजधानी स्वीट्स का नमूना फेल

खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा शहर के मुहल्ला अग्रवाल निवासी मोहित चौहान द्वारा संचालित राजधानी स्वीट्स के यहां से लिए गए चिली पोटेटो के नमूने में रंग की मिलावट मात्रा से अधिक निकली है, मंचूरियन में भी सेहत के लिए हानिकारक रंग मिला है। शहर के बड़ा बाजार निवासी रामकिशोर के यहां से भरे गए सतरंगा अचार में सिथेटिक रंग पाया गया।


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