कॉलोनियों में डेंगू, कागजों में कार्रवाई
वर्षाे पुराना जलभराव बना वजह, कार्यदायी संस्थाएं बरत रहीं लापरवाही।
मैनपुरी : शहर के बीचों-बीच बसा महेंद्र नगर अब डेंगू की गिरफ्त में है। आधा दर्जन से ज्यादा मरीजों का निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। तेजी से फैलते जा रहे बुखार के प्रकोप को रोकने के लिए कार्यदायी संस्थाओं के स्तर से कोई प्रयास नहीं किए गए।
शहर के राधा रमन रोड के किनारे बसे महेंद्र नगर में डेंगू बुखार का कहर बढ़ता जा रहा है। रामानंद यादव के पुत्र ऋषि (16), रवि (17) और शरद (21) को कुछ दिन पहले बुखार आया था। रक्त जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि हुई। जिला अस्पताल से उपचार कराया लेकिन राहत न मिली। अब परिजनों ने तीनों को स्टेशन रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। मुहल्ला खरगजीत नगर निवासी अनीता देवी (32) पत्नी मनोज कुमार भी डेंगू से बीमार हैं।
सैफई अस्पताल से राहत मिलने के बाद परिजन घर ले आए थे। शनिवार को दोबारा स्थिति बिगड़ने पर गंभीर हालत में आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वर्षों पुराने जलभराव में पानी के सड़ने के कारण मच्छर पनप रहे हैं। न तो सभासद के स्तर से गंदगी की सफाई कराई और न ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा फॉ¨गग। ये इलाके भी हैं चपेट में: शहर के आवास विकास कॉलोनी, पंजाबी कॉलोनी, बंशीगौहरा, महमूदनगर, कांशीराम कॉलोनी, राजीव गांधी नगर, मुहल्ला अग्रवाल, नगला रते, नगरिया, पुरोहिताना, देवपुरा सहित कई कॉलोनियों में डेंगू बुखार अपना कहर बरपा रहा है। हवा में फॉ¨गग, कागजों में खर्चा: शासन द्वारा संवेदनशील कॉलोनियों का सर्वे कर वहां व्यापक इंतजामों के लिए कहा गया है। महेंद्र नगर निवासी विपिन यादव, शिवपाल ¨सह और सतेंद्र का कहना है कि नगर पालिका द्वारा कोई व्यवस्था नहीं कराई गई है। प्लॉटों में पानी भरा है। सभासद से कई बार कहा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी कोई फॉ¨गग नहीं कराई गई।