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बगैर कोरोना जांच के जिला अस्पताल में नहीं मिलेगा प्रवेश

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देख 100 शैया अस्पताल प्रशासन अलर्ट मरीजों और डाक्टरों को कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही मिल रहा प्रवेश

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 06:09 AM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 06:09 AM (IST)
बगैर कोरोना जांच के जिला अस्पताल में नहीं मिलेगा प्रवेश
बगैर कोरोना जांच के जिला अस्पताल में नहीं मिलेगा प्रवेश

जासं, मैनपुरी: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देख 100 शैया अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। मरीजों से लेकर चिकित्सकों तक सभी के लिए कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है। एंटीजेन जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही अस्पताल में प्रवेश की अनुमति मिलेगी।

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जिले में कोरोना बेलगाम रफ्तार से बढ़ रहा है, लेकिन सुरक्षा के इंतजाम पूरी तरह से ठप पड़े हैं। किसी भी संस्थान में जांच और मास्क को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। स्थिति यह है कि लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए अब 100 शैया अस्पताल प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। ओपीडी में आने वाले मरीजों, चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों सभी के लिए कोरोना जांच को अनिवार्य कर दिया है।

ओपीडी के मुख्य द्वार पर ही हेल्प डेस्क स्थापित कराई गई है। यहां एक लैब तकनीशियन द्वारा मरीजों की एंटीजेन जांच की जा रही है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है।

प्रतिदिन लगभग दो सौ की ओपीडी: अस्पताल में प्रतिदिन लगभग दो सौ महिलाओं की ओपीडी होती है। इनमें लगभग 50 से 80 महिला अल्ट्रासाउंड कराने वाली होती हैं। इमरजेंसी की ओर से संक्रमण के आने की संभावना न रहे, इसके लिए उस रास्ते से प्रवेश को प्रतिबंधित करा दिया गया है।

हम सुरक्षा को देखते हुए अपनी तरफ से भरपूर प्रयास कर रहे हैं। कोविड प्रोटोकाल के तहत ओपीडी का संचालन कराया जा रहा है। सभी मरीजों के लिए मास्क और आपस में शारीरिक दूरी अनिवार्य है। एक बार में छह से आठ महिलाओं को ही भेजा जा रहा है। डा. एके पचौरी, सीएमएस पहले मास्क उतारो, फिर मिलेगी धनराशि

जासं, मैनपुरी: कोविड प्रोटोकाल के तहत मास्क अनिवार्य है, लेकिन जिला सहकारी बैंक के मोबाइल एटीएम पर तैनात स्टाफ की मनमानी को लेकर अब लोगों में नाराजगी है। एटीएम का उपयोग करने से पहले मास्क उतरवाया जा रहा है।

लोगों की सुविधा के लिए जिला सहकारी बैंक द्वारा मोबाइल एटीएम का संचालन किया जा रहा है। प्रतिदिन इस एटीएम की मदद से लाखों रुपये का लेन-देन होता है। एटीएम के संचालन के लिए अलग से स्टाफ की तैनाती भी की गई है। पिछले कुछ दिनों से स्टाफ की मनमानी को लेकर चर्चा चल रही है। शनिवार की दोपहर एटीएम पुलिस लाइन के मुख्य द्वार के पास खड़ा था।

यहां रुपये निकालने के लिए आ रहे लोगों को एटीएम पर तैनात कर्मचारियों द्वारा मास्क उतारने के लिए बाध्य किया जा रहा था। इसे बैंक प्रबंध तंत्र का आदेश बताकर लोगों को परेशान किया जा रहा था। कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया। लोगों ने कहा कि कोविड प्रोटोकाल में बिना मास्क के रहना अपराध की श्रेणी में आ रहा है। जिन्होंने मास्क नहीं हटाया, उन्हें रुपये नहीं निकालने दिए।

इस मनमानी को गंभीरता से लेते हुए कचहरी रोड स्थित मुख्य शाखा के प्रबंधक राघव किशोर का कहना है कि ऐसा कोई भी निर्देश नहीं है। उल्टा लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। मोबाइल एटीएम पर जो भी कर्मचारी तैनात हैं, उन सभी से लिखित स्पष्टीकरण लेकर दोबारा ऐसा न करने के लिए कहा जाएगा।


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