बारिश का टूटा सितम, गिरने लगे मकान
बारिश का सितम अब गांवों में दिखने लगा है। बारिश और धूप के असर से अब मकान गिरने लगे हैं। बिछवां और कुसमरा क्षेत्र में दो स्थानों पर मकान गिरने से परिवार बेघर हो गए। कुसमरा में तो परिवार छप्पर में होने से बच गया।
जागरण टीम, मैनपुरी: बारिश का सितम अब गांवों में दिखने लगा है। बारिश और धूप के असर से अब मकान गिरने लगे हैं। बिछवां और कुसमरा क्षेत्र में दो स्थानों पर मकान गिरने से परिवार बेघर हो गए। कुसमरा में तो परिवार छप्पर में होने से बच गया।
बिछवां थाना क्षेत्र के गांव नगला निहाल में बारिश के बाद दूसरे दिन निकली धूप के बाद मकान भरभरा कर गिर गया। मलबे में राशन और रोजमर्रा की जरूरतों का सामान दब गया। नगला निहाल निवासी किशन पाल पुत्र शिव शाह के मकान की छत लगातार हो रही बरसात के कारण शुक्रवार को दूसरे दिन भरभरा कर गिर गई। गनीमत रही कि घर के अंदर कोई नहीं था। छत के मलबे में गेहूं, चावल, बक्सा, कपड़े, चारपाई, अन्य सामान आदि दब गया। पीड़ित और उसकी पत्नी, पांच बच्चे अब खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। ग्रामीणों ने डीएम से पीड़ित के हुए नुकसान का जांच कर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
उधर, कुसमरा क्षेत्र के गांव मधुकरपुर मे 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश से अफरातफरी मची है। कहीं पेड़ तो कहीं बिजली के पोल गिर गए हैं। एक मकान भी बारिश की भेंट चढ़ गया। गांव मधुकरपुर में रामनारायण मिश्रा का कच्चा मकान है, इसमें ही वह परिवार समेत गुजरा करते थे। शुक्रवार को अधिक बारिश होने से रात में मकान ढह गया, कमरे में रखा सामान दब गया। मकान ढहने के समय परिवार के सभी सदस्य बाहर छप्पर में सो रहे थे, इसलिए हादसा टल गया। अब, सिर छिपाने को छत नहीं होने से परिवार खुले में आ गया है। पीड़ितों ने डीएम से मुआवजा मांगा है।