एंबुलेंसकर्मी देंगे अतिरिक्त सेवाएं, नहीं करेंगे छुट्टी
दीपावली के त्योहार पर मरीजों की सेवा के लिए एंबुलेंसकर्मी अतिरिक्त सेवाएं देंगे। ज्यादातर पुरुष पुलिसकर्मियों ने अपनी छुट्टियां रद कर अवकाश पर गए साथियों का सहयोग करने का निर्णय लिया।
जासं, मैनपुरी : दीपावली के त्योहार पर मरीजों की सेवा के लिए एंबुलेंसकर्मी अतिरिक्त सेवाएं देंगे। ज्यादातर पुरुष पुलिसकर्मियों ने अपनी छुट्टियां रद कर अवकाश पर गए साथियों का सहयोग करने का निर्णय लिया।
102, 108 एंबुलेंस सेवाओं के स्टाफ की बैठक बुधवार की दोपहर जिला अस्पताल परिसर में हुई। एंबुलेंस सेवाओं के प्रोग्राम मैनेजर सचिन वर्मा ने कहा कि दीपावली से भाई दूज तक सभी एंबुलेंस इमरजेंसी सेवा में तैनात रहेंगी। उन महिलाकर्मियों को छुट्टी दी गई है, जो गैर जिलों से यहां तैनात हैं। ऐसे में पुरुष कर्मचारियों द्वारा स्वयं ही अतिरिक्त कार्य करने की जवाबदेही उठाने का निर्णय लिया गया है।
जिला प्रभारी विजय चौहान ने कहा कि सभी अस्पतालों के अलावा निर्धारित प्वाइंटों पर एक-एक एंबुलेंस तैनात कर दी गई है। यदि किसी भी प्रकार की समस्या होती है और कंट्रोल रूम द्वारा फोन पहुंचेगा तो पांच से 10 मिनट के अंदर एंबुलेंस सेवा मदद को मौके पर पहुंचेगी। प्रत्येक एंबुलेंस में चालक के साथ प्रशिक्षित स्टाफ की भी तैनाती रहेगी। यदि जरूरत पड़ती है तो प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा फर्स्ट एड से लेकर सुरक्षित प्रसव कराने तक का कार्य कराया जाएगा।
सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि मरीजों की सुविधा के लिए बेहतर प्रबंध कराए गए हैं। चार एएलएस एंबुलेंसों को भी तैयार रखा गया है। जरूरत पड़ने पर तत्काल राहत उपलब्ध कराई जाएगी। अनहोनी से निपटने को अस्पताल तैयार
जासं, मैनपुरी : दीपावली को देखते हुए हर अनहोनी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इमरजेंसी से लेकर बर्न वार्ड तक सब में अतिरिक्त इंतजाम कराए गए हैं। चिकित्सकों के अवकाश रद कर उन्हें अतिरिक्त ड्यूटी सौंपी गई है।
दीपावली पर पटाखों से जलने से बड़ी संख्या में मरीज इमरजेंसी में पहुंचते हैं। कई की हालत गंभीर भी हो जाती है। इस बार की दीपावली पर किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अरविद कुमार गर्ग का कहना है कि गंभीर हालत में आने वाले ऐसे मरीजों के लिए बर्न वार्ड में बिस्तरों के इंतजाम कराए गए हैं। सामान्य हालत में आने वाले मरीजों के लिए इमरजेंसी और दूसरे वार्डों में व्यवस्था कराई गई है। माइनर ओटी में प्रशिक्षित स्टाफ के अलावा चिकित्सक की ड्यूटी लगाई गई है। चिकित्सकों के अवकाश भी रद कर दिए गए हैं। सभी को जिला मुख्यालय पर ही रुकने के निर्देश दिए गए हैं। श्वांस रोगी रखें आतिशबाजी से परहेज
वरिष्ठ फिजीशियन डा. जेजे राम का कहना है कि आतिशबाजी से धुआं और प्रदूषण फैलता है। इसका नुकसान श्वांस और हृदय रोगियों की सेहत पर पड़ता है। अस्थमा के मरीजों की श्वांस फूलने की वजह से हालत बिगड़ जाती है। कई बार ब्लड प्रेशर बढ़ने से दिल की समस्या भी होती है। इसलिए ऐसे मरीजों को धुआं, धूल और बारूद की दुर्गंध से बचाव करना चाहिए। ऐसे कर सकते हैं देखरेख
डा. राज विक्रम सिंह का कहना है कि पटाखों के धुएं से कई बार आंखों में जलन, जी मितलाने के साथ धुएं से त्वचा पर दाने पड़ने जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं। इनसे बचने के लिए धुएं वाले स्थान में जाने से बचें। जलने पर शरीर के जले हुए हिस्से को ठंडे पानी में डुबोकर रखें और जलन शांत होने पर चिकित्सक के पास उपचार को जाएं।