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पुलिस पर हमले के आरोपित हिस्ट्रीशीटर का मकान कुर्क

घिरोर संसू। कानपुर में पुलिस पर हुए हमले के बाद प्रदेश के सभी जिलों में अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई को तेज कर दिया है। पुलिस ने जिले के हिस्ट्रीशीटरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में थाना घिरोर पुलिस ने क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर नीरज यादव का घर कुर्क कर दिया। नीरज पुलिस पर हमले का भी आरोपित है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 10:04 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 06:03 AM (IST)
पुलिस पर हमले के आरोपित हिस्ट्रीशीटर का मकान कुर्क

संसू, घिरोर: कानपुर में पुलिस पर हुए हमले के बाद प्रदेश के सभी जिलों में अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई को तेज कर दिया है। पुलिस ने जिले के हिस्ट्रीशीटरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में थाना घिरोर पुलिस ने क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर नीरज यादव का घर कुर्क कर दिया। नीरज पुलिस पर हमले का भी आरोपित है।

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घिरोर थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर निवासी नीरज यादव पुत्र विजेंद्र सिंह पर मैनपुरी सहित अन्य जिलों में 20 मुकदमे हैं। पुलिस ने सोमवार को उसके घर पर कुर्की नोटिस चस्पा किया था। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक अजय कुमार पांडेय अपने साथ एसडीएम अनिल कुमार कटियार, तहसीलदार अजीत कुमार, सीओ दद्दन प्रसाद गौड, थाना प्रभारी पहलवान सिंह व पुलिस-पीएससी लेकर गांव पहुंचे। एसपी ने खुद खड़े होकर नीरज का मकान सील कराया। इसके बाद फोर्स के साथ पूरे गांव में पैदल फ्लैग मार्च किया। इस दौरान गांव में सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों से नदारद रहे। अधिक संख्या में लोग खेतों पर काम करने चले गए। जो लोग मौजूद थे, उनसे पुलिस अधीक्षक ने पूछताछ की और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नीरज पर गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए उसके आवास को कुर्क कर दिया गया है। आवास के बाहर पुलिस तैनात की गई है। विभिन्न जिलों में नीरज पर 20 मामले दर्ज हैं। जिलाधिकारी से आदेश प्राप्ति के बाद 40 लाख मूल्य की संपत्ति कुर्क करने के आदेश का पालन करते हुए करीब 60 लाख का उसका आवास सील कर दिया गया है। यह उन सभी गुंडों व अपराधियों के लिए संदेश है जिन्होंने अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की है।

गिरफ्तारी को लगाई पांच टीमें:

नीरज और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। उसके साथियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। एसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर व उसके सभी गुर्गों को 15 दिन के अंदर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

20 हजार का इनामी पुलिस ने किया गिरफ्तार: संसू, बेवर: मंगलवार को 20 हजार रुपये के इनामी लूट के आरोपित पवन पुत्र घनश्याम निवासी भैंसरोली को गिरफ्तार कर लिया गया। बीती 24 फरवरी को गांव विक्कापुर निवासी अनुज पुत्र रामप्रकाश की अपाचे बाइक लूट ली गई थी। लुटेरे एक लाल रंग की बुलेट सहित दो बाइकों पर आए थे। घटना के दो आरोपित पूर्व में जेल जा चुके हैं। घटना में प्रयुक्त लाल बुलेट आरोपित राहुल निवासी भैंसरोली से बरामद की गई थी, जो दिल्ली से चोरी कर लाई गई थी। एक माह पहले एसपी ने पवन पर 20 हजार का इनाम घोषित किया था। मंगलवार को पुलिस ने उसे भैंसरोली के पास से गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह सिरोही ने बताया कि इनामी को जेल भेज दिया गया है।

ससुर को बताया मोस्ट वांटेड विकास दुबे का साथी, खलबली

संवाद सूत्र, किशनी: ससुर द्वारा पत्नी को साथ में ना भेजे जाने से नाराज दामाद ने पूरे पुलिस महकमे में खलबली मचा दी। अपने ससुर के कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे का साथी होने की सूचना दे दे री। आनन-फानन में पुलिस ने संबंधित व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। बाद में मामला पारिवारिक विवाद का निकला, तब कहीं जाकर पुलिस अफसरों ने राहत की सांस ली। इसके बाद परेशान ससुर ने दामाद के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

मामला सोमवार शाम का है। किसी ने थानाध्यक्ष किशनी अजीत सिंह के मोबाइल पर फोन किया कि कानपुर कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे का साथी क्षेत्र के गांव दौलतपुर निवासी नवल किशोर पुत्र शोभाराम है, जो हत्याकांड के समय वहां मौजूद था। घटना के बाद वह अब आकर घर में छुप गया है। सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमे में हलचल मच गई। थानाध्यक्ष भारी फोर्स के साथ नवल किशोर को घर से गिरफ्तार कर लिया और थाने ले आई। पूछताछ में नवल किशोर ने पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर की। जिस नंबर से पुलिस को सूचना दी गई थी, उसे पुलिस ने नवल किशोर को दिखाया तो हकीकत खुली। नवल किशोर ने बताया कि नंबर उसके दामाद मनोहर पुत्र उमानंद निवासी मधपुरी थाना बेवर का है। उसका दामाद उसकी पुत्री को ले जाने सोमवार सुबह घर आया था, लेकिन उसकी पुत्री ने अभी जाने से मना कर दिया। जब उसके दामाद ने जबरदस्ती करनी चाही तो उसने भी नाराजगी जाहिर कर दी थी। शायद इसीलिए मनोहर ने झूठी सूचना दी होगाी। जांच में नवल किशोर की बात सही मिली तो पुलिस ने मनोहर से संपर्क साधना चाहा तो उसने अपना फोन बंद कर लिया। झूठी सूचना दिए जाने को लेकर नवल किशोर ने अपने दामाद के खिलाफ की तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मनोहर की तलाश की जा रही है।


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