130 हाट स्पाट बढ़ा रहे टेंशन
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शासन ने बाकायदा प्रोटोकाल लागू किया है। संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में खतरा न बढे़ इसके लिए हाट स्पाट बनाकर वहां सख्ती से नियमों का पालन कराने के निर्देश भी दिए हैं। जिले में मौजूदा समय में 130 सक्रिय हाट स्पाट अब भी लोगों की टेंशन बढ़ा रहे हैं। अकेले शहर में ही 40 हाट स्पाट एक्टिव हैं। कोरोना संक्रमितों की बात करें तो जिले में 26 जनवरी की रात आठ बजे तक 355 सक्रिय मरीज थे।
जासं, मैनपुरी : कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शासन ने बाकायदा प्रोटोकाल लागू किया है। संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में खतरा न बढे़, इसके लिए हाट स्पाट बनाकर वहां सख्ती से नियमों का पालन कराने के निर्देश भी दिए हैं। जिले में मौजूदा समय में 130 सक्रिय हाट स्पाट अब भी लोगों की टेंशन बढ़ा रहे हैं। अकेले शहर में ही 40 हाट स्पाट एक्टिव हैं। कोरोना संक्रमितों की बात करें तो जिले में 26 जनवरी की रात आठ बजे तक 355 सक्रिय मरीज थे। जिन क्षेत्रों को हाट स्पाट घोषित किया गया है, वहां किसी भी प्रकार की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां न तो कहीं नोटिस लगाया गया है और न ही कोई चेतावनी सार्वजनिक कराई गई है। निगरानी की व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की मानीटरिग भी सिर्फ कागजों में ही हो रही है। ये हैं शहर के हाट स्पाट एरिया
हाट स्पाट, संक्रमित
जिला जेल, 05
नगला पजाबा, 04
राधा रमन रोड, 03
आजाद नगर, 03
नगला गोवर्धन, 04
बैंक आफ इंडिया, 03
दीवानी कैंपस, 02
राजा का बाग, 02
बंशीगौहरा, 02
नगला जुला, 02
सौतियाना, 02 ये हैं नियम
कोविड प्रोटोकाल के अनुसार प्रत्येक हाट स्पाट एरिया में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिस और चेतावनी पर्चे चस्पा कराए जाते हैं। जहां दो से ज्यादा संक्रमित होते हैं, उनके घरों के आसपास के 20-20 घरों को लक्षित करते हुए सैंपलिग और मानीटरिग कराई जाती है। चार से ज्यादा संख्या होने पर संक्रमित के घर के आसपास बेरीकेडिग भी किए जाने का नियम है। हाट स्पाट एरिया में लगातार निगरानी के लिए संबंधित क्षेत्र की आशा और निगरानी समितियों की जिम्मेदारी होती है। अब इन क्षेत्रों में और भी ज्यादा सक्रियता बरती जाएगी।
डा. पीपी सिंह, सीएमओ।