Move to Jagran APP

पराली जलाने से रोकने को गांव-गांव चस्पा हो रही नोटिस

जागरण संवाददाता महोबा गांव-गांव और खेत-खलिहान तक इस बार पर्यावरण संरक्षण का संदेश पह

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 04:39 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 04:39 PM (IST)
पराली जलाने से रोकने को गांव-गांव चस्पा हो रही नोटिस
पराली जलाने से रोकने को गांव-गांव चस्पा हो रही नोटिस

जागरण संवाददाता, महोबा : गांव-गांव और खेत-खलिहान तक इस बार पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए सर्दी शुरू होने से पहले ही लोगों को समझाते हुए सचेत भी किया जा रहा है। कूड़ा, फसल के अवशेष लोग कतई न जलाएं। ऐसा करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पंचायतों में बैठक के साथ घर-घर नोटिस चस्पा हो रही है।

loksabha election banner

हर साल सर्दी में प्रदूषण काफी तेजी के साथ फैलने लगता है। इसमें वाहनों से निकला धुआं तो कारण होता ही है, उससे भी अधिक खतरनाक खेतों में पराली जलाना है। इस बार किसानों को सजग किया जा रहा है कि वह खेतों में पड़े फसल के अवशेष न जलाएं। लोग कूड़ा आदि जलाकर प्रदूषण न फैलाएं। डीडी एग्रीकल्चर श्रीराम ने टीम में संबंधित तहसीलों की टीमों को लेकर गांव-गांव दौरा किया। इस दौरान गांवों में नोटिस चस्पा की गईं कि पराली जलाने पर जुर्माना के साथ मुकदमा दर्ज होगा। उन्होंने बताया कि सोमवार-मंगलवार को जैतपुर, बेलाताल, कुलपहाड़, श्रीनगर, चरखारी, अकबरपुर आदि क्षेत्रों का भ्रमण करके किसानों को सचेत किया गया। यदि पराली जलाने संबंधी शिकायत आती है तो आरोपित किसान पर जुर्माना के साथ उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज होगा। इस साल अभी तक तीन किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है। सात के खिलाफ नोटिस जारी की गई है। कूड़ा करकट तथा अन्य प्रदूषण फैलानी वाली सामग्री जलाने के मामले में नोटिस देकर चेतावनी दी जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.