विजिलेंस ने निलंबित आइपीएस अफसरों के खिलाफ जुटाए कई साक्ष्य
राज्य ब्यूरो लखनऊ विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के मामले में महोबा के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के मामले में महोबा के निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार व प्रयागराज के निलंबित एसएसपी अभिषेक दीक्षित के विरुद्ध खुली जांच के दौरान कई साक्ष्य जुटाए हैं। विजिलेंस ने कई पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी की है और पुलिस की ज्यादती का शिकार हुए कुछ पीड़ितों से भी संपर्क साधा है। विजिलेंस अब महोबा के निलंबित एसपी के विरुद्ध की गई एसआइटी जांच के कुछ तथ्यों को भी अपनी जांच का हिस्सा बनाएगी।
महोबा व प्रयागराज के मामलों में विजिलेंस के दो एसपी के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीमें जांच कर रही हैं। दोनों ही जिलों के पुलिस मुख्यालय से लेकर थानों तक विजिलेंस की चहल-कदमी लगातार बढ़ रही है। विजिलेंस ने कई दस्तावेज भी जुटाए हैं, जिनके आधार पर पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच व उनसे पूछताछ का क्रम शुरू हो गया है। खासकर महोबा में खनन कारोबारियों से वसूली से लेकर कुछ अन्य प्रकरणों में कई गंभीर शिकायतें मिली हैं।
महोबा कांड की जांच के लिए आइजी वाराणसी विजय सिंह मीणा के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने महोबा पुलिस के भ्रष्टाचार की कई शिकायतों पर साक्ष्य जुटाए हैं। सूत्रों का कहना है कि निलंबित एसपी से लेकर करीब 40 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका सिडीकेट बनाकर भ्रष्टाचार करने में पाई गई है। विजिलेंस भी इन तथ्यों को अपनी जांच में शामिल कर सकती है। विजिलेंस दोनों आइपीएस अधिकारियों की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा भी जुटा रही है। ध्यान रहे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर विजिलेंस ने दोनों आरोपित आइपीएस अधिकारियों के विरुद्ध खुली जांच शुरू की है। भ्रष्टाचार के ही मामले में आरोपित आइपीएस अधिकारी डॉ.अजय पाल शर्मा व हिमांशु कुमार के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
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