छतेसर बालू घाट पर छलनी हो रही वर्मा नदी
संवाद सूत्र, पनवाड़ी (महोबा): वर्मा नदी के छतेसर घाट पर पोकलैंड मशीनों से धड़ल्ले से नदी क
संवाद सूत्र, पनवाड़ी (महोबा): वर्मा नदी के छतेसर घाट पर पोकलैंड मशीनों से धड़ल्ले से नदी का गर्भ छलनी किया जा रहा है। खनन माफिया का नेटवर्क इतना तगड़ा है कि राजस्व अथवा संबंधित विभाग के किसी भी अधिकारी का कार्यालय या दफ्तर से प्रस्थान होते ही माफिया को सूचना मिल जाती है और वे खुद को सुरक्षित कर लेते हैं।
फिलहाल छतेसर बालू घाट पर वर्मा नदी मे खनन का काम धड़ल्ले से जारी है। तीन पोकलैंड मशीनों के साथ लगभग छह अन्य मशीनें लगातार दिन रात खनन में लगी हैं। वैध की आड़ में अवैध खनन का खेल खुले आम खेला जा रहा है। नदी पुल से गुजरते समय इन मशीनों से खनन साफ तौर पर देखा जा सकता है। कुछ समाज सेवियों ने उपजिलाधिकारी कुलपहाड़ रामहर्ष मौर्य को नदी की धारा रोक कर खनन करने वाले माफिया पर कार्रवाई के लिए ज्ञापन दिया पर काम बदस्तूर जारी है। वैध रूप से खनन कराये जाने के लिए हिन्दू युवा वाहिनी के तहसील और कस्बा के पदाधिकारियों ने भी ज्ञापन देकर वर्मा नदी पर बने पुल से गुजरने वाले ओवर लोड वाहनों पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। खनन पट्टा धारक रात्रि में पुल से 150 मीटर दूरी तक खनन न करने के नियम को ताक पर रखकर पोकलैंड चलाते हैं। मामले में एसडीएम कुलपहाड़ रामहर्ष मौर्य ने कहा कि अवैध खनन की सूचना मिलती रहती है और कार्रवाई भी की जाती है। उन्होंने स्वीकार किया कि खनन से जुड़े लोगों का नेटवर्क इतना मजबूत है कि प्रस्थान करते ही उनके पास सूचनाएं मिल जाती है और वे बबूल के जंगलों में वाहनों को छिपा कर सुरक्षित हो जाते हैं। कई बार मौके पर मशीनें छोड़ जाते हैं जिन्हें थाने पहुंचाने में दिक्कत होती है। हाल में 15 ओवर लोडिंग ट्रक सीज किए गए। कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।