खत्म हो महोबा से मरीजों को बांदा भेजने की परंपरा
जागरण संवाददाता महोबा सेवा भारती के प्रांतीय सदस्य बीके तिवारी ने कोरोना संक्रमण को देख
जागरण संवाददाता, महोबा : सेवा भारती के प्रांतीय सदस्य बीके तिवारी ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सही कराए जाने को लेकर मुख्य सचिव को एक पत्र भेजा। जिसमें कहा गया है कि जिले में कोई प्राइवेट नर्सिंग होम कार्यरत नहीं है। और जो हैं वह भी कोविड के मरीजों को नहीं देख रहे हैं। और न ही भर्ती कर रहे हैं। शासन द्वारा सभी चिकित्सालयों की ओपीडी सेवाएं बंद कर कोविड के इलाज के लिए निर्देशित किया गया है।
महोबा जिला अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों को केवल प्राथमिक उपचार के उपरांत कोविड सेंटर एल-2 से एल-1 में स्थानांतरित करने की व्यवस्था है। जो वेंटीलेटर हैं उनका संचालन करने के लिए कोई कर्मी नहीं हैं। ओपीडी बंद होने से जनपद के आम जनमानस को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जनपद में बगैर लाइसेंस प्राप्त नर्सिंग होम किसी सांठगांठ के संचालित हो रहे हैं। जांच का विषय है। प्रदेश के अन्य जनपदों से महोबा जनपद की भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक स्थिति बिल्कुल भिन्न है। ऐसी स्थिति में महोबा जनपद के जिला चिकित्सालय में ओपीडी सेवाएं प्रारंभ करा दिए जाने से आमजन को बड़ी राहत मिलेगी। कोविड सेंटर एल-1 तथा एल-2 में आक्सीजन लेवल 85 होने पर मरीज को भर्ती न कर मेडिकल कालेज बांदा भेजने की परंपरा समाप्त की जाए। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त हो सकेगा।