वर्तमान की जरूरत दूरस्थ शिक्षा
जागरण संवाददाता, महोबा: उत्तर प्रदेश टंडन मुक्त विश्वविद्यालय इलाहाबाद के आचार्य एवं क्षेत्रीय के
जागरण संवाददाता, महोबा: उत्तर प्रदेश टंडन मुक्त विश्वविद्यालय इलाहाबाद के आचार्य एवं क्षेत्रीय केंद्र झांसी के प्रभारी प्रो. पीके पांडेय ने कहा कि भारत में 1962 से दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार शिक्षा के रूप में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा का श्रीगणेश हुआ था। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि इलाहाबाद प्रदेश का एक मात्र मुक्त विश्विद्यालय है। जिसके सभी 100 से अधिक कार्यक्रम सभी नियामक संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है।
पीके पांडेय शुक्रवार को वीर भूमि महाविद्यालय में आयोजित यूपीआरटीओयू पाठ्यक्रम की एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजर्षि विश्वविद्यालय अपने 1000 से अधिक अध्यन केंद्रों के सहयोग से प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा की आकांक्षाओं को चाहे वो नौकरी वाले व्यक्ति हो,महिला या दिव्यांग कहीं भी रह रहे हो उन तक उच्च शिक्षा पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में उच्च शिक्षा के प्रति जागरुकता की आवश्यकता है। उन्होंने वीर भूमि महाविद्यालय अध्ययन केंद्र के प्रयासों की सराहना की। झांसी विवि की क्षेत्रीय समन्वयक डा. रेखा त्रिपाठी ने बताया कि विवि से अब विद्यार्थी भूगोल विषय में स्नातक व परास्नातक कर सकते हैं। उन्होंने योग, जीएसटी, डेयरी टेक्नालाजी, लैब टेक्नीशियन आदि कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। अध्यक्षता प्राचार्य सुनील कुमार ने की। डा. उमाशंकर त्रिपाठी, डा. डीके खरे, डा. एलसी अनुरागी, शैलेष तिवारी दिलीप ¨सह, हेमलता के साथ साथ तमाम विद्यार्थी मौजूद रहे।