दो पालियों में कार्मिकों ने लिया प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता महोबा पंचायत चुनाव में मतदान 15 अप्रैल को है। एक साथ एक ही चरण में मतदान
जागरण संवाददाता, महोबा: पंचायत चुनाव में मतदान 15 अप्रैल को है। एक साथ एक ही चरण में मतदान होने के कारण इस बार कार्मिकों की संख्या भी अधिक है। इस दशा में उन्हें प्रशिक्षित करने का काम भी काफी बृहद रूप से किया जा रहा है। चार दिवसीय प्रशिक्षण सत्र में दूसरे दिन भी दो पालियों में प्रशिक्षण दिया गया। इसमें करीब 1328 कार्मिकों ने भाग लिया। मास्टर ट्रेनर ने मतदान के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों से सभी को अवगत कराया।
मतदान कार्मिकों को राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज महोबा में दिए जा रहे प्रशिक्षण का जिला निर्वाचन अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने जायजा लिया। उन्होंने निर्वाचन को सकुशल, निष्पक्ष, शांति एवं दक्षतापूर्वक संपन्न कराने के उद्देश्य से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मतदान कार्मिकों को निर्वाचन संबंधी जानकारियां दीं। कोविड-19 गाइडलाइन का पालन अनिवार्य रूप से हर मतदान कर्मी को निरंतर मास्क लगाना, सेनेटाइजर का प्रयोग आदि का पालन स्वयं करने और मतदान के दौरान इन सभी बातों का अमल मतदाताओं से कराने के लिए और प्रशिक्षण केन्द्र में स्थापित कोविड केंद्र का भी जायजा लिया। जिसमें 37 लोगों का टीकाकरण व 47 लोगों की कोरोना जांच उनके पहुंचने तक की जा चुकी थी।
डीईओ ने प्रशिक्षण ले रहे कार्मिकों को उनके कार्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पीठासीन अधिकारी का मुख्य कार्य मतदाता की पहचान करना, मतदाता सूची पर चिन्हाकन करना अमिट स्याही लगाना है। मतदान अधिकारी द्वितीय बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य के मतपत्र देगा। मतदान अधिकारी तृतीय का कार्य मतदाता को स्टांप से स्याही लगाकर कर एरोक्रॉस देगा। और यह सुनिश्चित करेगा कि मतदाता मतपत्र में मुहर लगाकर मतपेटिका में ही डाले।
प्रथम पाली में सुबह 9 बजे से अपरान्ह 1 बजे तक एवं द्वितीय पाली में अपरान्ह 2 बजे से शाम 6 बजे तक का प्रशिक्षण दिया गया। एक दिन लगभग 1100 मतदान कार्मिकों को एक दिन में प्रशिक्षण दिया गया। प्रत्येक पाली में 550-550 कार्मिक प्रशिक्षण ले रहे हैं।
प्रशिक्षण नौ अप्रैल तक चलना है। प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रेनर्स सुशील शर्मा, सीएल साहू, सुशील यादव, रामसेवक वर्मा, राम सहोदर तथा प्रभारी प्रशिक्षण सत्यराम यादव को डीईओ द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रशिक्षण देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।