मस्टररोल बना फर्जी तरीके से भुगतान कराने की कोशिश, बैठी जांच
संवाद सूत्र बेलाताल (महोबा) सगुनिया माफ पंचायत में नाला की सिल्ट सफाई के दौरान
संवाद सूत्र, बेलाताल (महोबा): सगुनिया माफ पंचायत में नाला की सिल्ट सफाई के दौरान काम पर लगे चालीस मजदूरों का भुगतान तकनीकी सहायक के स्थानांतरण होने से फंस गया। इस मौके का फायदा उठा कर पंचायत में तैनात रोजगार सेवक ने फर्जी तरीके से मस्टर रोल बनाकर उसका भुगतना कराने की कोशिश की। जांच के दौरान मामला पकड़ जाने पर रोजगार सेवक के खिलाफ जांच बैठा दी गई है।
जैतपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत सगुनिया माफ में जून माह के दौरान एक नाला की सिल्ट सफाई होनी थी। उस समय वहां तैनात तकनीकी सहायक रवी त्रिपाठी की देखरेख में काम हुआ। काम होने के बाद उसका अभी मजदूरों को भुगतान हो भी नहीं पाया था कि तकनीकी सहायक को कबरई ब्लाक स्थानांतरित कर दिया गया। इससे करीब एक लाख 37 हजार का भुगतान फंस गया। इस दौरान पंचायत में तैनात रोजगार सेवक नरेश राजपूत ने जैतपुर पंचायत में तैनात तकनीकी सहायक सूरज सिंह यादव से संपर्क कर भुगतान कराने की बात कही। सूरज के कहने पर रोजगार सेवक ने सादे मस्टर रोल की फोटो खींच ली और उसे भर कर भुगतान के लिए ब्लाक में पेश किया। इस दौरान मस्टर रोल की जांच के दौरान जैतपुर ब्लाक के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी विनय सोनी ने देखा तो उसमें तकनीकी सहायक के हस्ताक्षर ही नहीं थे। आखिर उसका भुगतान रोक दिया गया। इस पर रोजगार सेवक ने मजदूरों का बकाया भुगतना का हवाला देकर ब्लाक अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश भी की।
मामले की जांच लघु सिचाई विभाग के अवर अभियंता घनश्याम वर्मा व निर्माण इकाई के अवर अभियंता राजेश कुमार नियुक्त किए गए हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि सगुनिया माफ की जांच चल रही है, जल्द ही इसकी रिपोर्ट में खंड विकास अधिकारी को सौंपी जाएगी।
गांव में जून माह के दौरान मनरेगा योजना से नाले की सिल्ट सफाई का काम किया गया था। जिसमें लगभग 40 मजदूरों ने काम किया जिनका 137000 भुगतान होना था।
- नरेश राजपूत, रोजगार सेवक, सगुनिया माफ
मैंने कोई मस्टर रोल भराने की बात नहीं की थी ना ही मुझे कोई जानकारी है। पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए।
- सूरज सिंह यादव, तकनीकी सहायक