रात भर चलता रहा ताजियों का जलसा
जागरण संवाददता, महोबा: शहर में मोहर्रम की दस तारीख को रात भर मातमी धुनों और जंगी नगाड
जागरण संवाददता, महोबा: शहर में मोहर्रम की दस तारीख को रात भर मातमी धुनों और जंगी नगाड़ों के बीच ताजियों के विभिन्न स्थानों पर जुलूस निकले और ढाल सवारियों के जलसे भी आयोजित हुए। जिसमें अकीदतमंदों का भारी जन सैलाब उमड़ा। सुबह तक ताजियों के मिलाप और जलसे का आयोजन चलता रहा।
इस वर्ष ताजिया निर्माण में कुशल कारीगरी के नमूने देखने को मिले। नियारियनपुरा का ताजिया चांदी से निर्मित किया गया। इसके अलावा अन्य ताजियों में भी अभ्रक, झालरों का बारीक काम कारीगरी की प्रतिभा का लोहा मनवाती नजर आई। मोहर्रम की दस तारीख को शाम ढलते ही पर्व के कार्यक्रमों संपन्न कर दिया जाता है। शहर में दस को रात भर ताजियेदारी के जलसों मिलाप का आयोजन चलता रहा। ताजिये जुलूस विभिन्न मोहल्लों से निकल कर सुभाष चौक, ऊदल चौक, बाजार होते हुए हवेली दरवाजे पहुंचे। सुबह ताजियों को कर्बला में ले जाकर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इस दौरान नोहों और मर्सियों का मातम भी मनाया गया। कर्बला के मैदान में हुई जंग की याद ताजा करने के लिए जंगी नगाड़ों और बजरौटी का भी आयोजन हुआ। ढाल सवारियों ने भी कर्बला में शहीद हुए इमाम हुसैन और उनके सहयोगियों की याद में ढालों को लेकर प्रदर्शन किया गया।