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महोबा में कम्युनिटी सेंटर में आयोजित किए जाएं सामूहिक विवाह कार्यक्रम

जागरण संवाददाता महोबा डीएम सत्येंद्र कुमार ने निर्माणाधीन प्राइवेट बस स्टैंड नगर पालिका द्व

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 12:47 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 12:47 AM (IST)
महोबा में कम्युनिटी सेंटर में आयोजित 
किए जाएं सामूहिक विवाह कार्यक्रम
महोबा में कम्युनिटी सेंटर में आयोजित किए जाएं सामूहिक विवाह कार्यक्रम

जागरण संवाददाता, महोबा : डीएम सत्येंद्र कुमार ने निर्माणाधीन प्राइवेट बस स्टैंड, नगर पालिका द्वारा निर्मित कम्यूनिटी सेंटर एवं म्यूजियम का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी को निर्माणाधीन प्राइवेट बस स्टैंड में आगंतुक यात्रियों के लिए शौचालय, पेयजल, शेड आदि व्यवस्थाएं जल्द से जल्द मुहैया कराने के निर्देश दिए।

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उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर राजेश यादव को निर्देशित किया कि कम्यूनिटी सेंटर में निर्मित दुकानें स्वयं सेवी संस्थाओं को दें तथा नगर पालिका द्वारा आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम को कम्युनिटी सेंटर में आयोजित कराया जाए। कहा कि कम्यूनिटी सेंटर में लाइट एवं साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए। म्यूजियम का भी निरीक्षण किया साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु इसमें आवश्यक व्यवस्थाएं जल्द से जल्द पूर्ण कराने के स़ख्त निर्देश दिए।इस मौके पर उन्होंने कहा कि महोबा शहर को डेवलप करने हेतु जहां भी कमी है उसे पूरा किया जाएगा।जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि महोबा का पर्यटन के लिहाज से चहुंमुखी विकास हो ताकि देश- विदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से लोग यहां आएं और महोबा की ऐतिहासिक धरोहरों को देखें।इससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा और जिले को देश-विदेश में पहचान मिलेगी। झलकारी बाई बचपन से ही साहसी और ²ढ़ प्रतिज्ञ बालिका थी

राठ : कस्बे के पठानपुरा स्थित राम जानकी मंदिर परिसर में सम्यक बुद्ध विहार समिति के तत्वावधान में वीरांगना झलकारी बाई की जयंती मनाई गई। जिसमें बच्चों को वक्ताओं ने वीरांगना की वीरगाथा बता उनके आदर्शों पर चलने की बात कही। विश्व पर्यटन विभाग बहरीन के प्रबंधक दर्शन सिंह बौद्ध ने बताया कि झलकारी बाई का जन्म बुंदेलखंड के एक गांव में 22 नवंबर को एक निर्धन कोली परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सदोवा और माता जमुनाबाई था। झलकारी बचपन से ही साहसी और ²ढ़ प्रतिज्ञ बालिका थी। रानी लक्ष्मी बाई के ही साथ देश की एक और बेटी थी। हिदी एंजिल्स पब्लिक स्कूल के प्रबंधक स्वदेश राजपूत ने कहा कि वह वीरांगना, जिसने न केवल 1857 की क्रांति में भाग लिया बल्कि अपने देशवासियों और अपनी रानी की रक्षा के लिए अपने प्राणों की भी परवाह नहीं की।इस दौरान सभी ने वीरांगना झलकारी बाई के चित्र पर माल्यार्पण किया।


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