स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, लोडर में अस्पताल लेकर पहुंचे मरीज
जागरण संवाददाता, महोबा: जिले में स्वास्थ सेवाएं सुधरने का नाम नही ले रहीं हैं। मरीजों के लि
जागरण संवाददाता, महोबा: जिले में स्वास्थ सेवाएं सुधरने का नाम नही ले रहीं हैं। मरीजों के लिए शुरू की गई निश्शुल्क सरकारी एम्बुलेंस सेवा मजाक बनकर रह गयी है। हालात यह है कि ग्रामीण इलाकों में मरीजों की हालत बिगड़ने पर उन्हें 2-2 घंटे तक एम्बुलेंस सेवा का लाभ नहीं मिल पाता। ऐसा ही वाकया बलचोर गावं में हआ तो मजबूर तीमारदारों ने एक प्राइवेट लोडर पर बीमार वृद्ध को चारपाई सहित रखा इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
चरखारी के बलचोर गांव निवासी वृद्ध लक्ष्मी सोनकिया (74) की हालत बुधवार रात अचानक बिगड़ने लगी थी। परिवार में वृद्ध की हालत बिगड़ते ही परिजनों ने सरकारी एम्बुलेंस 108 को डायल कर बुलाया। कई बार फोन करने के बाद भी किसी भी प्रकार की मदद नहीं पहुंची और वृद्ध की हालत लगातार बिगड़ते जा रही थी। मामला गंभीर होते देख परिजनों ने किराये पर लोडर लेकर वृद्ध को चारपाई पर रख बमुश्किल किसी तरह जिला अस्पताल पहुंचाने में सफलता पाई। परिजनों ने आरोप लगाया कि सरकारी एम्बुलेंस की मदद के सहारे रहने पर पिता के साथ बड़ी अनहोनी हो सकती थी। लक्ष्मी सोनकिया के पुत्र महेश सोनकिया के अनुसार पिता को बेहद गंभीर हालत में इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था। अगर समय रहते कुछ देर इलाज नहीं मिलता तो बड़ी अनहोनी सकती थी।