प्रस्तावित पर्यटक स्थल से हटेगा अतिक्रमण, लोगों को दिए नोटिस
संवाद सहयोगी चरखारी (महोबा) बढ़ते अतिक्रमण के कारण सरोवरों का दायरा सिमटने लगा है
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा): बढ़ते अतिक्रमण के कारण सरोवरों का दायरा सिमटने लगा है। मिनी वृंदावन और कश्मीर की उपाधि दिलाने वाली यहां की झीलनुमा पोखरों को बचाने के लिए उनके आसपास फैल रहे अवैध कब्जों को हटवाने का काम प्रारंभ हो चुका है। डीएम सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर एसडीएम पीयूष जायसवाल ने तहसीलदार के नेतृत्व में एंटी भू माफिया टीम गठित कर सरकारी भूमि कब्जा हटाने के लिए सीमांकन एवं नाप चालू करा दी।
मंडी तिराहा से पचराहा तक महावीर नगर, चितेपुरा ज्येंद्रनगर रायनपुर, आदि के पहाड़ों के नीचे बने झील नुमा पोखरें विलुप्त हो रहे हैं। वर्तमान में गुलाल सागर से दिहुलिया तालाब वाया मंढ़ना तालाब की ओर बरसात का पानी पहुंचाने वाले जलस्त्रोत नाला में धनुषधारी समिति से मंडी समिति के जलस्त्रोत नाला के ऊपर भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इस नाला, पक्की पुलिया के स्थल में निर्माण से कस्बा में जल भराव होने के साथ तालाबों में बरसात का पानी पहुंचने में बाधक बन रहा है। कस्बा में स्थित तालाबों सार्वजनिक स्थलों में हुए अतिक्रमण हटाने के लिए गठित टीम माप तैयार कर रही है। तहसीलदार परशुराम पटेल ने बताया कि तहसील क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने व चिन्हीकरण के लिए लेखपालों की टीम गठित कर दी गई है। नगरीय क्षेत्र में पालिका अतिक्रमणों की सूची बना रही है। बुधवार को कई स्थानों की नाप की गई। लोगों को नोटिस भी जारी की गई है।