विलुप्त जलाशयों को खोजेगा ड्रोन, तैयार होगा डिजिटल मानचित्र
संवाद सहयोगी चरखारी (महोबा) जो जलाशय अतिक्रमण से घिर चुके हैं या सूख रहे हैं। जो का
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा) : जो जलाशय अतिक्रमण से घिर चुके हैं या सूख रहे हैं। जो कागजों में तो हैं, लेकिन हकीकत में उनकी तस्वीर बदल चुकी है। इस तरह के जलाशयों को ड्रोन की मदद से खोजा जाएगा। साथ ही डिजिटल मानचित्र तैयार किया जाएगा। तहसील सभागार मे एसडीएम राकेश कुमार की अध्यक्षता में राजस्व विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक हुई। इसमें शासन के निर्देशों का पालन कर समयानुसार कार्यों को पूरा कराने व सर्वे आदि के लिए ड्रोन कैमरे की मदद को कहा गया।
शुक्रवार को एसडीएम ने समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिए कि अब गांव के मकानों का ड्रोन कैमरा की मदद से सर्वे होगा। इसकी मदद से डिजिटल मानचित्र तैयार किया जाएगा। मकानों को सूचीबद्ध किया जाएगा। अब गांव के मकानों की भी कीमत उसी के अनुसार तय करके हैसियत प्रमाण पत्र भी जारी होंगे। कहा, राजस्व के विलुप्त होते जलाशयों को भी इसी की मदद से खोजा जाएगा। तहसीलदार परशुराम पटेल ने लेखपालों से कहा कि चारागाह से अवैध अतिक्रमण हटवाएं। गांव के प्रधान सचिव गोशाला तैयार रखें। छुट्टा अन्ना पशुओं के घूमने पर रोक है। बैठक में नायब तहसीलदार मनीष सिंह रजिस्ट्रार, कानूनगो अखिलेंद्र सक्सेना,रामदास यादव,कानूनगो गोपीचंद खरे, नीलमणि यादव, लेखपाल सदर लक्ष्मण सिंह यादव, शेख सईम आदि मौजूद रहे।