जिला अस्पताल के वेंटीलेटरों की पैकिग तक नहीं खुली
सुशांत खरे महोबा कोरोना का कहर लगातार जारी है। ऐसे में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन से ल
सुशांत खरे, महोबा : कोरोना का कहर लगातार जारी है। ऐसे में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन से लेकर इलाज के और भी ेसारे इंतजाम किए जा रहे हैं। ऐसे में वक्त जरूरत वेंटीलेटर की भी आवश्यकता पड़ती है, हालांकि जिला अस्पताल में वेंटीलेटर की कमी नहीं है। फिर भी मरीज इससे महरूम हैं। कारण वेंटीलेटर चलाने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ का न होना है। वहीं अस्पताल प्रबंधन एक साल से इसके लिए व्यवस्था भी नहीं कर सका है। जिस कारण एक साल पहले अस्पताल पहुंचे नौ वेंटिलेटरों की पैकिंग तक नहीं खोली गई है।
मार्च 2020 से कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने लगा था। इसके बाद से ही जिला अस्पताल सहित अन्य सीएचसी और पीएचसी में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और सुधारने के लिए शासन स्तर पर प्रयास तेज हो गए थे। उसी दौरान कोरोना के गंभीर मरीजों को इलाज के लिए यहां वेंटीलेटर की भी व्यवस्था की गई थी। पहली खेप में तीन वेंटीलेटर आए थे। बाद में चार और उपलब्ध कराए गए थे। वेटीलेटर यहां आ तो गए लेकिन उनकी पैकिग आज तक नहीं खोली जा सकी। यानी एक भी वेंटीलेटर का यहां कोई उपयोग नहीं हो सका। प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है
जिला में 25 डॉक्टरों की पोस्ट है लेकिन उनके सापेक्ष मात्र दस डॉक्टर ही काम कर रहे हैं। ऐसे में वेंटीलेटर का संचालन हो कैसे यही सबसे बड़ा सवाल है। सीएमएस डॉ. आरपी मिश्रा कहते हैं कि जिला अस्पताल में स्टाफ की समस्या के कारण ही कई और मशीनों का भी संचालन नहीं हो पाता है। शासन को कई बार सूचित भी किया जा चुका है। जगह भी पड़ गई कम
वेंटीलेटर रखने के लिए उनका कई बार स्थान बदलना पड़ा। चार माह पहले जिला अस्पताल की इमरजेंसी का संचालन होना था। यहां मरम्मत के समय वेंटीलेटर को हटा कर दूसरी जगह रखा गया था। बाद में वहां से फिर उनका स्थान बदलना पड़ा।