पड़ोसन के प्यार में पत्नी के हाथों का खाना नहीं खाता था
सुरेंद्र अग्रवाल कुलपहाड़ (महोबा) कुलपहाड़ के कठवरिया मोहल्ले में चार लोगों की मौत के मामले
सुरेंद्र अग्रवाल, कुलपहाड़ (महोबा) : कुलपहाड़ के कठवरिया मोहल्ले में चार लोगों की मौत के मामले में पति के पड़ोसन से अंवैध संबंध का होना बड़ी वजह माने जा रहे हैं।
चरखारी के ग्राम नरेड़ी के लालसिंह यादव व धनकुंवर की पांच संतानों में सोनम सबसे छोटी थी। बड़ी दो बहनें रामदेवी व भूरा एवं दो बड़े भाई भानसिंह व ऊदल हैं। सोनम की शादी करीब 14 वर्ष पहले कठवरिया निवासी कल्याण सिंह यादव से हुई थी। कल्याण अपने पांच बीघा खेत में खेती करता था। परिवार में तीन बेटियां अनीता, अंजलि, अंशिका व एक बेटा विशाल था। छोटी बेटी अंशिका एक साल की उम्र से अपनी मौसी के पास रह रही थी। बताया जाता है कि एक साल पहले कल्याण के अपनी पड़ोसन से अवैध संबंध हो गए। इसको लेकर धीरे-धीरे दोनों में विवाद इसकदर बढ़ चुका था कि दीपावली पर कई दिन कल्याण घर से बाहर रहा था। इसकी जानकारी सोनम ने भाइयों व घरवालों को दी थी। भाई ऊदल अपने जीजा को समझाने भी आया था, लेकिन सुधरने के बजाय हालात ऐसे बिगड़े कि पति-पत्नी ने बातचीत करना बंद कर दिया। कल्याण ने पत्नी सोनम के हाथों का बना खाना तक खाना बंद कर दिया था। कल्याण अपने बच्चों की भी अनदेखी करने लगा था। बात-बात पर चिढ़ने लगा था।
मां के साथ बच्चियों की अंतिम यात्रा देख हर आंख से निकले आंसू
संस, कुलपहाड़ (महोबा) : शनिवार को पोस्टमार्टम में रात होने के कारण शवों का अंतिम संस्कार रविवार को हुआ। घरवाले शव लेकर सुबह छह बजे पहुंच गए थे। बच्चों के शव ट्रैक्टर ट्राली से ले जाए गए तो वहीं मां की अर्थी को कंधा देकर वहां तक ले जाया गया। आबादी से बाहर बगराजन स्थित अंत्येष्टि स्थल पर आसपास कई गांवों की भीड़ पहुंच गई थी। सुरक्षा को लेकर कुलपहाड़, अजनर, पनवाड़ी, बेलाताल थाने की पुलिस फोर्स लगाई गई थी। पुलिस की देखरेख में जेसीबी से तीन अलग-अलग गड्ढे तैयार कर उनमें बच्चों को अंतिम संस्कार हुआ। कुछ दूरी पर मां सोनम की चिता सजाई गई। पति कल्याण सिंह पुलिस की सुरक्षा में अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचा और पत्नी को मुखाग्नि दी। जाम लगाने पर अड़े घरवाले, तीन घंटे उलझी रही पुलिस
- सुबह छह से नौ बजे तक पुलिस समझाती रही, मायके वाले जांच पर अड़े थे संस, कुलपहाड़ : कुलपहाड़ कोतवाली प्रभारी उमेश कुमार के साथ बेलाताल, पनवाड़ी, अजनर थाने का भी फोर्स शनिवार से ही कुलपहाड़ के कठवरिया मोहल्ला और आसपास तैनात किया गया था। पहले यह तय था कि शनिवार शाम तक पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार होगा, लेकिन उसमें देरी होने से अंतिम संस्कार रविवार को होने की बात कही गई। पुलिस की ओर से इसको लेकर पहले से ही सारी तैयारियां कर ली गई थीं। रविवार सुबह जैसे ही चारो शव कुलपहाड़ पहुंचे तो सबसे पहले उन्हें कठवरिया मोहल्ले ले जाया गया। वहां के बाद जब अंतिम संस्कार के लिए शव ले जाने की तैयारी होने लगी तभी मायके वाले कोई कार्रवाई न होने की बात कहते हुए कुलपहाड़-बेलाताल मार्ग पर शव रख कर जाम लगाने की कोशिश करने लगे। इसकी भनक लगते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। सोनम के भाई भानसिंह से कहा गया कि वह तहरीर तो दें, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। करीब तीन घंटे बाद पुलिस इन लोगों को मना सकी और परिजन की मौजूदगी में शव अंतिम संस्कार स्थल तक ले जाएगे।
सबसे पहले अंजलि की हुई थी हत्या
जासं, महोबा : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सबसे पहले छोटी बेटी सात वर्षीय अंजलि की हत्या की बात सामने आई है। इसके दस मिनट बाद दूसरी बेटी नौ वर्षीय आरती फिर 11 वर्षीय विशाल की हत्या हुई। आशंका है कि दोनों बच्चियों की हत्या के बाद विशाल का गला दबाया गया तो वह जाग गया। उसने विरोध किया होगा तभी उसके चेहरे, हाथ, गले व सीने में धारदार हथियार के 15-16 निशान हैं। उसकी मौत सोनम से कुछ समय पहले हुई थी। अंजलि व आरती का गला दबाने के बाद गर्दन रेती गई। चीख न निकले इसके लिए रजाई भी डाली गई। रजाई भी खून से सनी मिली थी। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर विनय पटेल ने बताया कि वारदात का वक्त 12 बजे से 1:30 बजे के बीच का है।