पहाड़ पट्टंाधारक का विरोध करने पर 21 लोगों पर मुकदमा दर्ज
सिघनपुर बघारी गांव स्थित सिद्ध बाबा मंदिर की रक्षा करना और इ
संवाद सहयोगी, कबरई (महोबा): सिघनपुर बघारी गांव स्थित सिद्ध बाबा मंदिर की रक्षा करना और इसे नुकसान पहुंचा रहे पहाड़ पट्टाधारक का विरोध करना ग्रामीणों पर भारी पड़ गया। पट्टाधारक ने कबरई पुलिस से मिलकर गांव 21 लोगों पर मुकदमा लिखा दिया। इसमें कई तो ऐसे लोग हैं, जो गांव में रहते ही नहीं हैं। ग्रामीणों में प्रशासन और पुलिस के रवैया को लेकर नाराजगी है।
गांव के 11 नामजद व 10 अज्ञात पर हत्या के प्रयास, मारपीट, गाली गलौज, बलवा समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना वाले दिन गांव से बाहर रहे लोगों पर भी मुकदमा है। गांव में साबरा खातून का पहाड़ पट्टा है, जिसमें खनन कार्य चल रहा है। साबरा के बेटे व प्रतिनिधि अतीक अहमद के मुनीम बघारी गांव निवासी रमाकांत द्विवेदी की तहरीर पर गांव के शरद व्यास, आशाराम विश्वकर्मा, प्रमोद यादव व लोकेश पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा चुका है। जेल गए प्रमोद की मां रामदुलारी ने बताया कि उसका लड़का तो कभी पहाड़ गया ही नहीं। भैंस चरा कर वापस आते समय उसे पुलिस ने पकड़ लिया था।
कबरई एसओ दिनेश सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा गया है। जांच के दौरान ही पता चल सकेगा कि कौन मौके पर था या नहीं था।
यह था घटनाक्रम
छह सितंबर को गांव का शरद व्यास उर्फ प्लेयर बाबा पहाड़ पर स्थित सिद्ध बाबा पहुंचकर खनन से मंदिर को हो रहे नुकसान की बात कही। मुनीम के मुताबिक वह समझाने के लिए उसके पास गया तो उसपर हमला कर दिया गया। ग्रामीणों ने कहा कि शरद पांच सितंबर से ही सिद्धबाबा स्थल पर था, साजिश के चलते ही गांव के लोगों को फंसाया जा रहा है। छह सितंबर को कबरई थाने में पीएसी भी बुलवा ली गई थी।
क्रशर प्लांट के विरोध से नाराज था अतीक
कबरई थाने में जिन लोगों पर मुकदमा है उसमें सज्जन पराशर महोबा शहर में सपरिवार निवास करते हैं। पूर्व प्रधान रामकृपाल यादव छह सितंबर को चित्रकूट गए थे। ग्रामीण रबी ने बताया कि गांव से लगे उनके खेतों के बगल में अतीक अहमद ने इसी साल नई क्रशर प्लांट स्थापित की है। किसानों के विरोध से वह नाराज था।