क्षेत्रीय भाषा के आधार पर बने बुंदेलखंड राज्य
संस चरखारी (महोबा) पृथक बुंदेलखंड राज्य को लेकर समय-समय पर मांग उठती रही हैं। इस समय
संस, चरखारी (महोबा): पृथक बुंदेलखंड राज्य को लेकर समय-समय पर मांग उठती रही हैं। इस समय पूर्व सांसद गंगा चरण राजपूत की ओर से ब्लाक वार पंचायतों के प्रधानों व बीडीसी सदस्यों को सम्मानित करने के लिए आयोजन हो रहे हैं। आयोजन के साथ सदस्यों से पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर पत्र भी भराए जा रहे हैं। इसी तरह का एक आयोजन चरखारी में हुआ। इसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने पृथक राज्य निर्माण के लिए ग्राम प्रधानों' व्यापारियों' अधिवक्ताओं की एक बिग्रेड बनाने की तैयारी शुरू की है। जिसमें ग्राम के नव निर्वाचित ग्राम प्रधान, बीडीसी के साथ ही व्यापारियों से शपथ पत्र भराए गए। पूर्व सांसद ने कहा कि 1952 में रियासतों के विलय की शर्तों के आधार पर सब कुछ मिला लेकिन बुंदेलखंड राज्य का गठन नहीं किया। जिसको लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी लेकिन बाद में वापस ले ली थी। अब उसे फिर से दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव करीब हैं। प्रांत नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ एक बार फिर बुंदेलखंड की आवाज को बुलंद करना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष आनंद स्वरूप दमेले ने की। सम्मेलन में अजय गुप्ता, कैलाश ताम्रकार, युवा अध्यक्ष रामबाबू गुप्ता, उपाध्यक्ष गुलशेर मोहम्मद, संजू मिश्रा रहे।