24 घंटे रहेगी आपातकालीन सेवा, बालरोग विशेषज्ञ तैनात
संवाद सहयोगी चरखारी (महोबा) करीब एक साल से चरखारी सीएचसी में बालरोग विशेषज्ञ नहीं थे।
संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा) : करीब एक साल से चरखारी सीएचसी में बालरोग विशेषज्ञ नहीं थे। कक्ष में ताला था। साथ ही कुछ समय से आपातकालीन सेवा भी ठप पड़ी थी। 24 मई को जागरण ने इस सीएचसी की खामियों को उच्चाधिकारियों के समक्ष खबरों के माध्यम से रखा। आज इस अस्पताल के हालात बदल चुके हैं। आपातकालीन सेवा प्रारंभ होने के साथ, बच्चों के लिए भी एक डॉक्टर को नियुक्त कर दिया गया है।
चरखारी का सीएचसी बाहर से देखने में जितना सुसज्जित अंदर उसके हालात कुछ दिन पहले तक उनके बेहतर नहीं थे। चरखारी कस्बा और ग्रामीण क्षेत्र की आबादी करीब एक लाख है। इनकी स्वास्थ्य सुविधा या किसी हादसे के दौरान चिकित्सा की सुविधा के लिए एक मात्र कस्बा में सीएचसी ही है। यहां अधिकांश मौकों पर मरीज को गंभीर दशा में रेफर कर दिया जाता है। चिकित्साधीक्षक विनोद कुमार कहते हैं कि अब व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है। अतिरिक्त स्टाफ के साथ वार्डों की हालत भी दुरुस्त की जा रही है। प्रारंभ हुआ आपातकाल सेवा
आपातकालीन सेवा को प्रारंभ कर दिया गया है। यहां पर डॉक्टर विनय पटेल और डॉ आनंद कुमार को नियुक्त किया गया है। साथ में ओपीडी सेवा भी प्रारंभ कर दी गई है। इसमें डॉ आनंद कुमार, डॉ विनय कुमार, और अधीक्षक विनोद कुमार की ड्यूटी क्रमश: रहेगी। अभी तक बालरोग विशेषज्ञ न होने से इस कक्ष में ताला लगा था। अब बच्चों को देखने के लिए डॉ विनय पटेल की ड्यूटी लगाई गई है। अधीक्षक डॉ विनोद कुमार ने बताया कि मरीजों की हर छोटी बड़ी सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है।
दवा के साथ बेड सही किए गए
रविवार की शाम को जागरण की टीम अस्पताल पहुंची तो वहां गौरहारी के रामरतन मिले। बताया कि अस्पताल में समय पर खाना, दवा तथा अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। चंदौली के अब्दुल, सबुआ की सुनीता, गोरखा के परमलाल, अटकौहां के इश्हाक इलाज कराने आए थे। बताया कि अब वार्ड में साफ सफाई व बेड भी दुरुस्त है।
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जो स्टाफ है उसी में अलग-अलग घंटों के हिसाब से ड्यूटी बांटी गई है, और स्टाफ के लिए लिखा गया है। फिलहाल बच्चों के इलाज के लिए डॉक्टर नियुक्त किया गया है, आपातकालीन सेवा प्रारंभ हो चुकी है। डॉ विनोद कुमार, चिकित्साधीक्षक सीएचसी चरखारी।