Move to Jagran APP

चुनावी रंजिश में मारपीट, 20 घायल

एक पक्ष के रामअवध ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि चुनाव में विजयी हुए प्रत्याशी व समर्थक मेरे घर पर चढ़कर नारे बाजी करते हुए हो-हल्ला मचा रहे थे। विरोध करने पर घर में घुसकर लाठी डंडे से हमला कर दिया जिसमें राम अवध राममिलन रमेश विजय मांती ऊषा खुशबू नीलम इंद्रजीत कमलेश को चोट लगी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 12:06 AM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 12:06 AM (IST)
चुनावी रंजिश में मारपीट, 20 घायल
चुनावी रंजिश में मारपीट, 20 घायल

महराजगंज:

loksabha election banner

थाना क्षेत्र के करमहवा गांव में सोमवार देर शाम विजयी व पराजित पक्षों में चुनावी रंजिश को लेकर जमकर लाठी डंडे व ईंट पत्थर चले। जिसमें छह महिला व 14 पुरुष को चोट आई है, जिनका इलाज सीएचसी रतनपुर में चल रहा है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए थाना में तहरीर दी है।

एक पक्ष के रामअवध ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि चुनाव में विजयी हुए प्रत्याशी व समर्थक मेरे घर पर चढ़कर नारे बाजी करते हुए हो-हल्ला मचा रहे थे। विरोध करने पर घर में घुसकर लाठी डंडे से हमला कर दिया, जिसमें राम अवध, राममिलन, रमेश, विजय, मांती, ऊषा, खुशबू, नीलम, इंद्रजीत, कमलेश को चोट लगी है। वहीं दूसरे पक्ष के ओम प्रकाश ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद घर पर गए। रात करीब आठ बजे एक बहू भोज कार्यक्रम में कुछ लोगों के साथ जा रहे थे। इस बीच पराजित प्रत्याशी ने योजनाबद्ध तरीके से छत से ईंट पत्थर चलाकर मारने लगे। जिसमें ओमप्रकाश, गौतम, अनीता, संतोष, मनोज, रामदयाल, दीन दयाल, प्रभु दयाल, विश्राम व राम बहाल घायल हो गए हैं। इंस्पेक्टर राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों पक्षों से तहरीर मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

जल संरक्षण की नजीर बना गंगराई का तालाब

घुघली विकासखंड के गंगराई गांव का तालाब जल संरक्षण की नजीर पेश कर रहा है। यहां पशु पक्षी को साल भर पानी मिल जाता है,मछली पालन से रोजगार भी मिलता है। अगल-बगल गांव के पशुपालक भी अपने पशुओं को इस पोखरे में नहलाते हैं और पानी पिलाते हैं। ग्राम पंचायत की पहल पर सदानंद गौड़ ने इस तालाब को पट्टे पर लिया है। पहले यह पोखरा गर्मी के मौसम में सूख जाता था, लेकिन अब गर्मी के मौसम में पानी सूखने पर सदानंद पंपिगसेट से पानी भरते हैं। हमेशा यह पोखरा पानी से लबालब रहता है।

2019 में तात्कालीन ग्राम प्रधान रमाशंकर चौधरी ने मनरेगा से चारों तरफ मेड़बंदी और सुंदरीकरण कराया। इसके बाद बारिश का पानी संरक्षित होने लगा।

ग्रामीण हरिराम चौधरी,अफसर अली,अल्ताफ हुसैन, विवेक गौड़, सोनू गौड़, विकास गौड़ ने कहा कि तालाब में हमेशा पानी भरा रहने से भूगर्भ जल स्तर स्थिर रहता है।

सदानंद तालाब में मछली पालन भी करते हैं, जिससे इनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो रही है। आस पास के मछुआरे तालाब पर आकर मछली खरीद सिसवा मुंशी,भिटौली, धर्मपुर,परतावल ले जाकर बेचते हैं। सदानंद कहते हैं कि सभी को अपने खाली भूमि में तालाब खोदवाना चाहिए, ताकि जलसंचय हो सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.