रोहिन नहर में पानी न पहुंचने से सिचाई का संकट
नौतनवा ब्लाक मुख्यालय के रतनपुर गांव के समीप से निकली रोहिन नहर सूखी पड़ी है। फिर भी सिचाई विभाग नहर की सफाई कराकर पानी पहुंचाने का कोई इंतजाम नहीं कर रहा है।
महराजगंज: नौतनवा व लक्ष्मीपुर ब्लाक के करीब 50 गांवों के लिए सिचाई का प्रमुख साधन रोहिन नहर व उसकी पांच शाखाओं में पानी न पहुंचने से किसानों के सामने गेहूं की फसल की सिचाई का संकट खड़ा हो गया है । पानी के अभाव में झाड़-झंखाड़ से पटी 17 किमी लंबी नहर की हालत देख किसान चितित हैं।
नौतनवा ब्लाक मुख्यालय के रतनपुर गांव के समीप से निकली रोहिन नहर सूखी पड़ी है। फिर भी सिचाई विभाग नहर की सफाई कराकर पानी पहुंचाने का कोई इंतजाम नहीं कर रहा है। 15 साल पूर्व टूट गया था रोहिन नदी पर बना बैराज
रोहिन नदी पर 1952 में बना पक्का बैराज नेपाल की पहाड़ियों से आए पानी के भारी दबाव के कारण 2005 में बह गया था। तभी से नहर में पानी भेजने के लिए सिचाई विभाग कोई स्थाई इंतजाम नहीं कर सका है। समस्या समाधान के लिए विभाग ने टूटे बैराज के करीब 50 मीटर दूर नदी के मध्य पक्के बैराज का निर्माण 2008 में फिर से शुरू कराया था, लेकिन काम की गुणवत्ता का आलम यह रहा कि उसी साल जून में नदी में आए बाढ़ के कारण निर्माणाधीन बैराज के कुछ हिस्से बह गए थे। तभी से बैराज निर्माण का कार्य भी खटाई में पड़ गया। 147 करोड़ की लागत से होना है नए बैराज निर्माण
रोहिन नदी में नए बैराज निर्माण के लिए 147 करोड़ की लागत से प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है। कुछ माह पूर्व नदी में बैराज निर्माण के लिए पुराने ध्वस्त पड़े बैराज का मलबा हटाने का कार्य भी जोर-शोर से शुरू करा दिया गया था। इससे किसानों में उम्मीद बनी थी लेकिन प्रशासनिक सुस्ती से काम आगे नहीं बढ़ सका। इन गांवों की प्रभावित हो रही खेती
पानी न होने से नौतनवा व लक्ष्मीपुर ब्लाक के रतनपुर, परसा ,कोहड़वल, सोनपिपरी, सिंहपुर ,गनेशपुर ,रमगढ़वा, शिवपुरवा, मरचहवां,सेखुआनी, खोरिया, सगरहवां, रामनगर, दुर्गापुर, बनकटवा, सोनबरसा, बैरवा, भैंसहिया, अड्डा बाजार, बेलभार, मुड़ली, बरगदवा ,सोहट ,बकैनिहा ,बेलवा, मोगलहा, अमवां ,बसावनपुर, तुलसीपुर भटपुरवा,चरका, करैलिया आदि गांवों के किसानों की खेती प्रभावित हो रही है। क्या कहते हैं सिचाई खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता
सिचाई खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता संजय कुमार का कहना है कि विभाग किसानों की समस्या को लेकर गंभीर है। नए बैराज के निर्माण के लिए टेंडर की प्रकिया अंतिम चरण में है। जल्द ही बैराज का काम शुरू करा दिया जाएगा।