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महराजगंज में सौर ऊर्जा से जगमग हुआ गांव व जिंदगी

प्रदेश के अति पिछड़े जिले में शामिल तराई के कुछ गांव में निवास करने वाले ग्रामीण आजादी के बाद से ही बिजली के अभाव में ढिबरी की रोशनी में जीवन गुजारने को विवश थे। इस कारण जहां शिक्षा प्रभावित हो रही थी वहीं लोगों को उद्योग धंधा लगाने का अवसर नहीं मिल पा रहा था। लेकिन सौर ऊर्जा ने ग्रामीणों के जिदगी को नई धार दी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Dec 2021 01:48 AM (IST)Updated: Mon, 13 Dec 2021 01:48 AM (IST)
महराजगंज में सौर ऊर्जा से जगमग हुआ गांव व जिंदगी
महराजगंज में सौर ऊर्जा से जगमग हुआ गांव व जिंदगी

महराजगंज: जिले के गांव-गांव में सौर ऊर्जा ने दस्तक दे दी है। इसकी बदौलत हर घर रोशनी से जगमग हो गया है। ऐसे में कभी बिन बिजली के अंधेरी जिदगी जी रहे ग्रामीणों के सपने पूरे हो गए हैं। अब गांव की तकदीर बदलने के साथ उनकी उम्मीदों के पंख भी लग गए हैं।

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प्रदेश के अति पिछड़े जिले में शामिल तराई के कुछ गांव में निवास करने वाले ग्रामीण आजादी के बाद से ही बिजली के अभाव में ढिबरी की रोशनी में जीवन गुजारने को विवश थे। इस कारण जहां शिक्षा प्रभावित हो रही थी, वहीं लोगों को उद्योग धंधा लगाने का अवसर नहीं मिल पा रहा था। लेकिन सौर ऊर्जा ने ग्रामीणों के जिदगी को नई धार दी है। वन ग्राम दौलतपुर में मुख्य सड़क से गांव के अंतिम छोर तक सोलर लाइट लगी है। शाम होते ही गांव दूधिया रोशनी से नहा उठता है। लोग बल्ब जला रहे हैं, बिजली के पंखे चला रहे हैं और मोबाइल चार्ज करने में भी इसका प्रयोग कर रहे हैं। अब हर घर के बच्चे बिजली की रोशनी में पढ़ाई कर अपना भविष्य संवार रहे हैं, वहीं बेरोजगार युवक सरकार की विभिन्न योजना के माध्यम से रोजगार से जुड़ रहे हैं। वनटांगिया गांव की बदली तस्वीर

महराजगंज: जिले के सात वनटांगिया गांव जहां बिजली नहीं पहुंच सकी थी, वहां 1915 सोलर लाइट के माध्यम से बिजली पहुंचाई गई। कंपार्ट नंबर 24 में 350, बलुअहिया में 280, हथियहवां में 160, तिकौनिया में 410, कान्हपुरदर्रा में 155, दौलतपुर में 170 तथा बीट नर्सरी में 390 सोलर लाइट लाइट लगाए गए हैं। जबकि 25 गांवों में 700 सोलर लाइट के माध्यम से गांव रोशनी से नहा उठा है। वनटांगिया गांव दौलतपुर की ग्राम प्रधान साकिला ने बताया कि सोलर लाइट लगने से काफी फायदा हुआ है।

कभी सोचा भी नहीं था कि आवास, सड़क, शौचालय व विद्यालय लाइट की रोशनी से जगमग होगा। सौर ऊर्जा ने अब लोगों का भाग्य को बदल दिया। बच्चे बिजली की रोशनी में पढ़ाई कर रहे हैं। दिन भर बिजली रहने से काफी राहत मिलता है।

तमेसर निषाद, वनटांगिया गांव दौलतपुर

बिजली के अभाव में अंधेरा रहने के कारण बहुत डर लगता था, लेकिन सोलर लाइट लगने के बाद अब भय नहीं रहता है। रातभर इसकी रोशनी से घर व सड़क जगमग रहता है।

निरंजना, वनटांगिया गांव दौलतपुर सोलर पंप से सिचाई कर रहे किसान

महराजगंज: डीजल से किनारा कर अब किसान सोलर पंप से खेतों की सिचाई करने में रुचि ले रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में कृषि विभाग की तरफ से 371 किसानों को अनुदान पर सोलर पंप उपलब्ध कराया गया। यह सोलर पंप सिचाई के लिए किसानों को अधिक फायदेमंद साबित हो रही है। बृजमनगंज के किसान अनवर अहमद खान ने बताया कि इसके उपयोग से सिचाई का खर्च शून्य हो गया है। वर्तमान में सौर ऊर्जा की महत्ता बढ़ी है। इसके उपयोग से बिजली की खपत को कम किया जा सकता है। नेडा से सोलर लाइट व कृषि विभाग से सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में भी इसका बेहतर उपयोग कैसे हो, इसकी कार्ययोजना बनाई जा रही है।

गौरव सिंह सोगरवाल, मुख्य विकास अधिकारी


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