वृद्धाश्रम की जांच में उजागर हुई अनियमितता, होगी कार्रवाई
देवरिया के नारी संरक्षण गृह में चल रहे अनैतिक कार्यों से पर्दा उठने के बाद महराजगंज जिले में भी प्रशासन व पुलिस के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। जिला प्रशासन ने सोमवार को फरेंदा स्थित वृद्धाश्रम की जांच कराई तो यहां भी कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए।
महराजगंज:देवरिया के नारी संरक्षण गृह में चल रहे अनैतिक कार्यों से पर्दा उठने के बाद महराजगंज जिले में भी प्रशासन व पुलिस के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। जिला प्रशासन ने सोमवार को फरेंदा स्थित वृद्धाश्रम की जांच कराई तो यहां भी कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि यहां आंकड़ों में खेल कर जिम्मेदारों द्वारा शासन प्रशासन की आंखों में लंबे समय से धूल झोंकी जा रही है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर वहां रह रहे लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की। आश्रम के अभिलेखों में यहां 72 बुजुर्गों के रहने की बात दर्शायी गई है, लेकिन मौके पर सिर्फ 26 वृद्ध मौजूद मिले। यहां तैनात कर्मचारियों की संख्या में भी घालमेल देखने को मिला। बताते चलें कि सोमवार को जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने वृद्धाश्रम की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। डीएम के निर्देश पर सोमवार की शाम फरेंदा के तहसीलदार अशोक कुमार गुप्ता व खंड शिक्षा अधिकारी हेमवंत कुमार ने ग्रामसभा गनेशपुर में स्थित आधारशिला वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने वहां रह रहे लोगों बारे में जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान शौचालय व रहने की स्थिति ठीक नहीं मिली। आने-जाने वाले लोगों का कोई विवरण दर्ज नहीं था। यहां पंजीकृत 72 में सिर्फ 26 वृद्ध उपस्थित मिले। कार्यरत 15 कर्मचारियों में सिर्फ 10 मौके पर मौजूद थे । बाकी कर्मचारी कहां हैं, इस संबंध में संचालक द्वारा अधिकारियों को कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। तहसीलदार ने प्रबंधक प्रदीप कटियार को व्यवस्था को सुधारने का निर्देश दिया। तहसीलदार अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित कर दी गई है।
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फरेंदा क्षेत्र के गनेशपुर गांव स्थित वृद्धाश्रम की जांच सोमवार को कराई गई । जांच के दौरान कई अनियमितता सामने आई है। यहां पंजीकृत वृद्धों की संख्या और मौके पर मौजूद लोगों में भारी अंतर है। इस संबंध में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
अमरनाथ उपाध्याय
जिलाधिकारी, महराजगंज
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खाली मिला सोनौली स्थित खुला आश्रय गृह
नौतनवा, महराजगंज: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित खुला आश्रय गृह सोमवार को खाली मिला । संचालक के मुताबिक कभी-कभार बच्चे यहां आकर रुकते हैं । आश्रय गृह में निराश्रित, कूड़ा बीनने वाले, भिक्षावृत्ति में संलिप्त, असहाय व कामकाजी बच्चों को रखा जाता है। बच्चों के लिए खाने-पीने एवं रहने की व्यवस्था भी की जाती है। व्यवस्था के मुताबिक यहां पर 10 से 18 वर्ष के बच्चों को तीन से चार दिन तक रोका जाता है। 10 से 13 वर्ष के बच्चों को बाल कल्याण समिति तथा 14 से 18 वर्ष के बच्चों को सहमति पत्र लिखवाकर उनके परिजनों को सौंप दिया जाता है। आश्रम के कोआर्डिनेटर धर्मेंद्र ¨सह ने बताया कि हर माह में पांच से 10 बच्चे आश्रय गृह में रुकते हैं। उनको खाने-पीने, रहने की सुविधा मुहैया कराई जाती है।