निर्धारित जगह पर लगाएं दुकानें : नपं अध्यक्ष
गर अध्यक्ष राजेश जायसवाल व एसडीएम राजेश जायसवाल व पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार मिश्र मौजूद रहे। उपजिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए पटरी दुकानदारों के निर्धारित जगह पर दुकान लगाने की हिदायत दी। साथ ही दुकानदारों को भी बने नाली के अंदर रहने का निर्देश दिया।
महराजगंज: नगर पंचायत आनंदनगर में इन दिनों आए दिन लगने वाले जाम को लेकर मंगलवार को बैठक आयोजित की गई । जिसमें जाम की समस्याओं से निपटने के लिए चर्चा की गई। बैठक में नगर अध्यक्ष राजेश जायसवाल व एसडीएम राजेश जायसवाल व पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार मिश्र मौजूद रहे। उपजिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए पटरी दुकानदारों के निर्धारित जगह पर दुकान लगाने की हिदायत दी। साथ ही दुकानदारों को भी बने नाली के अंदर रहने का निर्देश दिया।
नगर अध्यक्ष राजेश जायसवाल ने कहा कि कस्बे को अतिक्रमण मुक्त व जाम मुक्त कराने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। जिससे कस्बे में लगने वाले जाम से निजात मिल सके। कार्यक्रम को क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार मिश्र ने भी संबोधित करते हुए नगर पंचायत को अतिक्रमण मुक्त व जाम मुक्त कराने में स्थानीय नागरिकों व व्यापारियों से प्रशासन के सहयोग की अपील की। अधिशासी अधिकारी अवध प्रकाश सिंह, थानाध्यक्ष प्रहलाद पांडेय, संजय जायसवाल, महेश लोहिया, सच्चिदानंद पांडेय,नंदू पासवान, राजकुमार मद्धेशिया, अशोक विश्वकर्मा, मनोज जायसवाल, गोपी, गौरी यादव, आनंद वर्मा, ध्रुव वर्मा, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। ग्रामीण क्षेत्र में काटे जा रहे हरे पेड़ पर्यावरण पर गहराते संकट को देखते हुए जहां शासन द्वारा बड़े पैमाने पर पौधारोपण का कार्य कराया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में सक्रिय लकड़ी के कुछ पेशेवर कारोबारी अपनी पहुंच के बल पर विभागीय परमिट जारी करा, हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटान करवा रहे हैं। जिसकी हकीकत जांचने की फुर्सत वन विभाग व स्थानीय पुलिस को नहीं है दूर-दूर तक फैले पेड़ों के कारण अपनी एक अलग पहचान रखने वाले नौतनवा क्षेत्र में कटान का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बताया जाता है कि विभाग में सांठ-गांठ व ऊंची पहुंच रखने वाले दर्जनों लकड़ी कारोबारियों ने क्षेत्र को कटान का सुरक्षित ठिकाना बना लिया है। कारोबारी मनमाने तरीके से जारी कराए गए परमिट के सहारे बड़े-बड़े फलदार बाग बागीचों को वीरान कर दे रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि वे पेड़ों की कटान की शिकायत वन विभाग व पुलिस के लोगों से भी समय -समय पर किया जाता है, लेकिन जांच -पड़ताल कर कार्रवाई करने के बजाय मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
मधवलिया रेंजर जगरनाथ प्रसाद का कहना है कि हरे पेड़ों की कटान गंभीर मामला है। यदि कहीं से भी पेड़ों के अवैध कटान शिकायत मिली तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।