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जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर के निर्माण को मिली रफ्तार

जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में जनवरी 2020 में ट्रामा सेंटर के निर्माण के लिए शासन द्वारा हरी झंडी दी गई। निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ को सौंपी गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 02:11 AM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 02:11 AM (IST)
जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर के निर्माण को मिली रफ्तार
जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर के निर्माण को मिली रफ्तार

महराजगंज: चिकित्सकीय व्यवस्था के दृष्टिकोण से जिले के लिए अच्छी खबर है। जिला अस्पताल में छह माह से रूके ट्रामा सेंटर के निर्माण की रफ्तार को गति मिल गई है। मंगलवार को इसके निर्माण के लिए कार्य फिर शुरू हो गया है।

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जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में जनवरी 2020 में ट्रामा सेंटर के निर्माण के लिए शासन द्वारा हरी झंडी दी गई। निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ को सौंपी गई। चार हजार स्क्वायर फीट में बनने वाले ट्रामा सेंटर पर एक करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमानित बजट है। शुरुआती दिनों में इसकी प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन छह माह से कार्य अधर में लटका था। मंगलवार से मिस्त्री, मजदूर इसके निर्माण के लिए कार्य में जुट गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एके राय ने बताया कि ट्रामा सेंटर के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। क्या है ट्रामा सेंटर

महराजगंज: ट्रामा सेंटर एक ऐसा वार्ड होता है, जो घायल मरीजों को व्यापक आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता है। अधिकतर लोगों के साथ बस, ट्रक, कार, जीप, मोटर साइकिल आदि वाहन दुर्घटनाएं हो जाती हैं, जिससे वह बहुत गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। शरीर में और भी कई प्रकार की परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं, जिससे लोग ग्रसित हो जाते हैं। इन घायलों के लिए ट्रामा सेंटर बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराता है। आधुनिक उपकरण से सुसज्जित होते हैं ट्रामा सेंटर

ट्रामा सेंटर में सर्जन, एनस्थेटिक, आर्थोपेडिक, सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ, ईएमओ आदि डाक्टरों की तैनाती होती है। विशेषज्ञ भी रखें जाते हैं। ताकि दो शिफ्टों में ट्रामा सेंटर चलाया जा सके। स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय, फार्मासिस्ट आदि भी होते हैं। इसके अलावा ट्रामा सेंटर आधुनिक चिकित्सकीय उपकरण से सुसज्जित होते हैं। इसमें वेंटिलेटर, कलर एक्सरे, डिजिटल अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, और आइसीयू की भी व्यवस्था होती है। ताकि मरीजों को पूरी इलाज की व्यवस्था यहीं पर मिल जाए, उन्हें रेफर करने की जरूरत न पड़े। अब सिटी स्कैन की सुविधा भी शीघ्र

अब जिला अस्पताल में सिटी स्कैन की सुविधा भी शीघ्र मिलने की उम्मीद है। इसकी कवायद तेज हो गई है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एके राय ने बताया कि सिटी स्कैन के लिए इंजीनियरों ने व्यवस्था देखी है। मशीन लगाने के बाद स्टाल कर इसी माह चालू होने की उम्मीद है।


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