नारद मोह का मंचन देख भाव विभोर हुए दर्शक
मंचन के दौरान भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त नारद के कल्याण के उद्देश्य से एक माया रची । उन्होंने नारद मुनि के मार्ग में एक विशाल नगरी की रचना की जो हर प्रकार से सुंदर व रमणीक थी।
महराजगंज: नौतनवा तहसील क्षेत्र के बेलहिया गांव स्थित रामजानकी मंदिर परिसर में नारद मोह के मंचन के साथ रामलीला का विधिवत शुभारंभ हो गया।
मंचन के दौरान भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त नारद के कल्याण के उद्देश्य से एक माया रची । उन्होंने नारद मुनि के मार्ग में एक विशाल नगरी की रचना की जो हर प्रकार से सुंदर व रमणीक थी। जब नारद मुनि वहां पहुंचे, तो राजा ने अपनी पुत्री के विवाह के लिए स्वयंवर का आयोजन किया। जिसमें बहुत से राजा व राजकुमार पहुंचे थे। जब नारद मुनि उस राजा के महल में पहुंचे, तो राजा ने मुनि की हर प्रकार से सेवा की । इसके बाद राजा ने अपनी पुत्री को बुलाया और नारद मुनि से कहा कि हे मुनि आप महा ज्ञानी हैं। मैंने अपनी पुत्री के विवाह के लिए स्वयंवर का आयोजन किया है। कृपया बताइए इसे कैसा वर मिलेगा । नारद मुनि उस परम सुंदरी कन्या का भाग्य देखकर चकित रह गए । रामलीला के प्रसंग का मंचन देख दर्शक भावविभोर हो गए । इस दौरान ओम प्रकाश चौधरी ,राजेंद्र चौधरी , सुभाष यादव ,श्यामकरन चौधरी, अजय चौधरी ,जीत बहादुर आदि लोग मौजूद रहे । राजा परीक्षित की सुनाई कथा
गड़ौराबाजार ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा कोहड़वल में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन पुराणाचार्य पंडित सुरेंद्र तिवारी की कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। व्यास आचार्य ने राजा परीक्षित की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित बहुत ही प्रतापी व सनातन धर्म की रक्षा करने वाले राजा थे।