ब्लाक प्रमुखों व क्षेत्र पंचायत सदस्यों का शपथ ग्रहण 20 को
जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने बताया कि ब्लाक प्रमुखों को शपथ के बाद क्षेत्र पंचायत सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। नव निर्वाचित पंचायत पदाधिकारियों की कोविड नियमों का पालन करते हुए बैठक व शपथ ग्रहण की व्यवस्था संबंधित खंड विकास अधिकारी द्वारा की जाएगी।
महराजगंज: जिले के 12 ब्लाकों के प्रमुखों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का शपथ ग्रहण 20 जुलाई को सुबह 11 बजे से संबंधित ब्लाकों पर किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन तैयारी में जुटा है। शपथ दिलाने के लिए अधिकारियों को नामित किया गया है।
सदर के लिए उप जिलाधिकारी सदर, परतावल के लिए परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास विभाग अभिकरण, पनियरा के लिए तहसीलदार सदर, घुघली के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, निचलौल के लिए उप जिलाधिकारी निचलौल, मिठौरा के लिए जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, नौतनवा के लिए उप जिलाधिकारी नौतनवा, लक्ष्मीपुर के लिए तहसीलदार नौतनवा, फरेंदा के लिए उप जिलाधिकारी फरेंदा, बृजमनगंज के लिए तहसीलदार फरेंदा तथा धानी के लिए उपायुक्त श्रम रोजगार को नामित किया गया है।
जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने बताया कि ब्लाक प्रमुखों को शपथ के बाद क्षेत्र पंचायत सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। नव निर्वाचित पंचायत पदाधिकारियों की कोविड नियमों का पालन करते हुए बैठक व शपथ ग्रहण की व्यवस्था संबंधित खंड विकास अधिकारी द्वारा की जाएगी। प्रमुख द्वारा हस्ताक्षरित तथा शपथ दिलाने वाले अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित शपथ पत्र जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। अन्य शपथ पत्र प्रमुख द्वारा शपथ दिलाने के बाद प्रतिहस्ताक्षरित करने के बाद खंड विकास अधिकारी कार्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा।
जांच अधिकारी पर गलत रिपोर्ट लगाने का आरोप
महराजगंज: लक्ष्मीपुर ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत हथियागढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में पात्र महिला लाभार्थी को अपात्र करने की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई। जिसका मौके पर जाकर बिना जांच किए ही शिकायतकर्ता का पक्का मकान दिखते हुए मामले को निस्तारित कर दिया गया। ग्राम पंचायत हथियागढ़ निवासिनी सुनीता पत्नी भुआल ने 19 जून 2021 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में पात्र होने के बावजूद अपात्र कर देने की शिकायत की थी। शिकायत की मौके पर गए बिना ही पक्का मकान दिखाते हुए निस्तारित कर दिया। जब इसकी जानकारी सुनीता को हुई तो उसने जांच अधिकारी मौके पर न आने व गलत रिपोर्ट लगाने की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की है। शिकायती पत्र में लिखा है कि जांच अधिकारी ने बिना जांच किए पक्का मकान दिखा कर अपात्र घोषित कर दिया है।