सफाई व्यवस्था ध्वस्त, संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा
महराजगंज: केंद्र व प्रदेश सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी गांव की साफ-सफाई में कोई अपेक्षित बदल
महराजगंज:
केंद्र व प्रदेश सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी गांव की साफ-सफाई में कोई अपेक्षित बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि जल जनित संक्रामक बीमारियां दिन व दिन अपना पांव पसार रही हैं, जिससे लोग संक्रामक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। बावजूद इसके गांव में तैनात सफाई कर्मी सिर्फ घूमकर सरकार को हर महीने लाखों रुपये का चुना लगा रहे हैं। इन्हें न तो प्रशासन का डर है और न ही सरकार के फरमान का भय। ऐसा ही कुछ हाल नौतनवा ब्लाक के ग्राम सभा हरदी डाली का है। गांव में बनी नालियां सफाई के अभाव में जाम पड़ी हुई हैं। कूड़े-कचरे से उठ रहे दुर्गंध से ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है। बावजूद इसके सफाई कर्मी खोजने पर भी नहीं मिलते। इसके अलावा हरदीडाली चौराहे पर बनी नालियां भी झाड़-झंखाड़ से पट गई हैं, जिससे नाली का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। सड़क पर नाली का गंदा पानी जमा होने से आने जाने वाले राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर जमा गंदे पानी में मच्छरों ने आपना बसेरा बना लिया है। जिससे मलेरिया, इंसेफेलाइटिस, टायफाइड जैसी जानलेवा बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीण गोपाल नारायण चौधरी, बबलू चौधरी, किशन, राज नारायण, प्रमोद बरनवाल व प्रमोद पांडेय आदि लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षो से मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव नहीं कराया गया, जिससे मच्छरों का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी से सफाई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत रामकृष्ण का कहना है कि गांव की साफ-सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।