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भारतीय संस्कृति को जोड़ती है हिदी

महराजगंज के जिलाधिकारी मुख्य विकास अधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी हाई स्कूल तक हिदी माध्यम से पढ़ाई की है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 10:43 PM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 10:43 PM (IST)
भारतीय संस्कृति को जोड़ती है हिदी
भारतीय संस्कृति को जोड़ती है हिदी

महराजगंज: हिदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। हिदी भारतीय संस्कृति को जोड़ने वाली भाषा है। महराजगंज के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी हाई स्कूल तक हिदी माध्यम से पढ़ाई की है। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश कक्षा 10 तक मैने हिदी माध्यम से पढ़ाई की है। हिदी हमारी मातृभाषा है। हिदी हमारे देश की संस्कृति और संस्कारों की प्रतिबिब है। इसका प्रयोग करना हमारा संवैधानिक एवं नैतिक दायित्व है। सरकारी कार्यालयों में भी हिदी के प्रयोग पर बढ़ावा दिया रहा है। हिदी साहित्य के विकास तथा भाषा की समृद्धि के लिए इसका प्रयोग आवश्यक है।

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डा. उज्ज्वल कुमार (आइएएस)

जिलाधिकारी, महराजगंज मैने हाई स्कूल तक हिदी माध्यम से पढ़ाई की है। सिविल सर्विसेज में भी वैकल्पिक विषय हिदी साहित्य ही रहा है। हिदी भारतीय संस्कृति से जोड़ने वाली भाषा है। हमें अपनी मातृभाषा हिदी बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए साथ ही साहित्य, सभ्यता और संस्कार का अनुसरण करते हुए आधुनिकता के पथ पर अग्रसर होना चाहिए।

पवन अग्रवाल (आइएएस)

मुख्य विकास अधिकारी, महराजगंज हाईस्कूल तक हिदी माध्यम से शिक्षा ग्रहण किया हूं। लेकिन किसी परीक्षा में सफलता पाने का पैमाना उसका माध्यम नहीं है। परीक्षार्थी का ध्यान माध्यम पर ना होकर विषय की गहराई पर होना चाहिए। तभी परीक्षा में सफलता प्राप्त हो सकती हैं। हिदी हमारी मातृभाषा है, इसका सभी को सम्मान करना चाहिए और अपने कार्य व्यवहार में शामिल करना चाहिए।

रोहित सिंह सजवान,(आइपीएस)

पुलिस अधीक्षक, महराजगंज


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