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कोरोना में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का बदला मानक

सामूहिक विवाह योजना में पहले कम से कम से दस जोड़ों का पंजीकरण और शादी कराना अनिवार्य होता था लेकिन अब पांच जोड़ों की ही शादियां होंगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 06:01 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 06:01 PM (IST)
कोरोना में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का बदला मानक
कोरोना में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का बदला मानक

महराजगंज: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जोड़ों की शादी कराने के लिए कोरोना संक्रमण के दौर में अब मानक बदल गया है। सामूहिक विवाह योजना में पहले कम से कम से दस जोड़ों का पंजीकरण और शादी कराना अनिवार्य होता था लेकिन अब पांच जोड़ों की ही शादियां होंगी। सामूहिक विवाह कार्यक्रम के लिए इसका मानक तय कर दिया गया है।

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नए मानक को ध्यान में रखते हुए विभाग ने जोड़ों की शादी की कवायद तेज कर दी है। जिले में सामूहिक विवाह योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 65 जोड़ों की शादी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रत्येक शादी के लिए 51 हजार रुपये के हिसाब से शासन ने धनराशि भी जारी कर दी है।

शासन के निर्देश पर इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने तैयारी भी शुरू कर दी थी लेकिन कोरोना के कारण आई नई गाइड लाइन को देखते हुए प्रशासन ने तैयारी नए सिरे से शुरू की है। पांच-पांच जोड़ों की एक साथ शादियां होंगी। अब नई गाइड लाइन को देखते हुए एक साथ काफी संख्या में शादियां नहीं कराई जा सकेंगी। लिहाजा विभाग छोटे-छोटे हिस्सों में कार्यक्रम आयोजन करने जा रहा है। समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि अब अगर किसी आयोजन स्थल पर पांच जोड़ों की भी शादियां होंगी तो उसे सामूहिक विवाह माना जाएगा। शासन की गाइड लाइन के अनुसार सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजन कराने की तैयारी चल रही है। बहुत जल्द ही दिन व स्थान निर्धारित कर लिए जाएंगे। हर आयोजन कोरोना प्रोटोकाल का ध्यान रखते हुए होगा।


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