आरपीएफ के रडार पर अवैध रेल टिकट के कारोबारी
आरपीएफ नकहा जंगल आनंदनगर व नौतनवा चौकी के जवानों ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर दर्जनों कारोबारियों को हवालात में भेज है।
महराजगंज: आरपीएफ के जवान अवैध रेल ई टिकट कारोबार के नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगे हैं । आरपीएफ नकहा जंगल, आनंदनगर व नौतनवा चौकी के जवानों ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर दर्जनों कारोबारियों को हवालात में भेज है। टीम ने महराजगंज, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर व संतकबीरनगर जनपदों में छापेमारी कर कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। जनसेवा केंद्रों पर बड़ी अवैध ई टिकट कारोबार:
आरपीएफ के कार्रवाई में पकड़े गए अधिकांश लोग सहज जन सेवा केंद्र, फोटो स्टूडियो या अन्य केंद्रों के संचालक हैं। इससे यह प्रतीत होता है कि यह कार्य इन केंद्रों पर तेजी से संचालित हो रहा है। छापेमारी में आरपीएफ ने बड़ी मात्रा में लैपटाप, प्रिटर सहित अन्य उपकरण भी बरामद किए हैं। यह कारोबारी रेल को चूना लगाने में पीछे नहीं हट रहे हैं। आरपीएफ ने यह की कार्रवाई
20 दिसंबर को सेमरहवा चौराहा थाना लोटन जिला सिद्धार्थनगर अंतर्गत स्थित अजीत कुमार चौरसिया के जन सेवा केंद्र पर कार्रवाई की। अवैध टिकट बनाकर बेचने के आरोप में कार्रवाई के दौरान 12 रेल टिकट बरामद किया। छह दिसंबर को प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट नकहा जंगल व चौकी प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल आनंदनगर ने मुहाना थाना मुहाना जनपद सिद्धार्थनगर स्थित ताज ट्रैवेल्स नामक दुकान पर एवं सीकरी बाजार थाना मुहाना जनपद सिद्धार्थनगर स्थित विजय स्टूडियों नामक दुकान पर रेलवे आरक्षित ई टिकट का अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया। जिसमें टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। 23 नवंबर को आरपीएफ ने भैया फरेंदा थाना फरेंदा जनपद महराजगंज के स्थित विद्यार्थी इंफार्मेशन एंड हेल्पलाइन सेंटर के संचालक मोहम्मद आरिफ पुत्र सनाउल्लाह निवासी ग्राम नियामतपुर थाना फरेंदा को फर्जी नाम से यूजर आइडी बनाए गए आईडी से अवैध रेल ई टिकट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया।
केस चार: 4 अक्टूबर को खरसरी बाजार जिला सिद्धार्थनगर स्थित मदीना ट्रैवल एवं सहज जन सेवा केंद्र नामक दुकान तथा सेल्फी मोबाइल शॉप पर छापेमारी किया। जहां मोहम्मद अकरम निवासी इंद्रीग्रांड थाना मिश्रौलिया जिला सिद्धार्थनगर व सफीकउल्ला ग्राम खरजावा थाना गोल्हौरा सिद्धार्थ को गिरफ्तार किया। आरपीएफ चौकी प्रभारी आनंदनगर सीपी यादव ने बताया कि छापेमारी अभियान चलाकर अवैध रेल टिकट कारोबारियों के नेटवर्क को ध्वस्त किया जा रहा है।