कोहरे से निपटने की तैयारी में जुटा रोडवेज
महराजगंज बस डिपो में आठ अनुबंधित सहित कुल 52 बसें हैं। लेकिन वर्तमान में इसमें अधिकांश की खिड़की बल्ब की रोशनी साइड शीशा और हार्न गड़बड है। सर्दी के मौसम शुरू हो गया है। फिलहाल सुबह और शाम कोहरा पड़ रहा है। इन बसों में यात्रियों को सर्द हवाओं से जहां बैठना मुश्किल हो जा रहा है वहीं चालकों को कोहरे में बस चलना मुसीबत हो जाती है।
महराजगंज: मौसम को देखते हुए कोहरे से निपटने के लिए परिवहन विभाग की बसों को तैयार किया जा रहा है। एक तरफ जहां आल वेदर बल्ब बदले जा रहे हैं, वहीं बस की आगे पीछे और साइड में रेडियम पट्टी लगाई जा रही है। ताकि कोहरे के अंधेरे में भी रेडियम के प्रकाश से सामने की बसें दिखाई दे और दुर्घटना को रोका जा सके।
महराजगंज बस डिपो में आठ अनुबंधित सहित कुल 52 बसें हैं। लेकिन वर्तमान में इसमें अधिकांश की खिड़की, बल्ब की रोशनी, साइड शीशा और हार्न गड़बड है। सर्दी के मौसम शुरू हो गया है। फिलहाल सुबह और शाम कोहरा पड़ रहा है। इन बसों में यात्रियों को सर्द हवाओं से जहां बैठना मुश्किल हो जा रहा है, वहीं चालकों को कोहरे में बस चलना मुसीबत हो जाती है। खिड़की का शीशा टूटा होने के कारण बसों में आर-पार से हवाएं आती हैं। बल्ब की रोशनी कम होने से चालकों को दूर तक नहीं दिखाई देता है। इसलिए शीतलहर और कोहरा से निपटने के लिए वर्कशाप में कर्मचारी बसों को दुरुस्त करने में जुटे हैं। ताकि यात्रियों के साथ ही चालकों की भी यात्रा सुखद और सुरक्षित हो।
महराजगंज बस डिपो के एआरएम महेंद्र पांडे ने बताया कि कोहरे को देखते हुए बसों को मेंटेन किया जा रहा है। इसके आगे-पीछे और साइड में रेडियम पट्टी लगाई जा रही है। चालकों को भी प्रशिक्षित किया गया है कि वह अधिक कोहरा पड़ने पर सड़क की सफेद पट्टी को देखकर धीमी गति से बस चलाएं, ताकि दुर्घटना की संभावना न रहे।
सोनौली बार्डर पर डग्गामार बसों का जमावड़ा
महराजगंज: भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर फिर दर्जनों डग्गामार बसों का जमावड़ा शुरू हो गया है। सोनौली बस स्टैंड से महज 100 मीटर की दूरी पर बने एक अवैध पार्किंग स्थल पर यह बसें खड़ी हो रहीं हैं। जहां से नेपाल से भारत प्रवेश करने वाले यात्रियों को दलालों की मदद से रोडवेज की बसों के बजाए इन बसों में बैठाया जा रहा है। इन अवैध रूप से संचालित बसों को सरकारी बस बता दर्जनों दलाल नेपाली नागरिकों को गुमराह कर रहें हैं। इन बसों में दिल्ली, मुंबई, गुजरात व हैदराबाद तक के सवारियों की बुकिग हो रही है। नेपाल के बेलहिया में इन अवैध रूप से संचालित बसों के लिए टिकट काउंटर भी स्थापित किए गए हैं। जो भारत प्रवेश से पहले ही यात्रियों को गुमराह कर इन बसों को डिपो की बस कह टिकट काट रहे हैं। जिसके एवज में 1500 रुपये से लेकर 2500 रुपये के टिकट काट रहे हैं। सीओ कोमल प्रसाद मिश्र का कहना है कि सोनौली से चलने वाले डग्गामार बसों पर जल्द ही टीम बनाकर कार्रवाई की जाएगी।