पेंटिग के माध्यम से रितिका कोरोना के संक्रमण को दे रही मात
सांसद गोरखपुर ने की रितिका के पहल की सराहना किया सम्मानित
महराजगंज: उड़ान अब हमारी नहीं, हमारे हौसलों की देखना,आज इरादों को अपने, हौसलों के पंख हम लगाएंगे । उक्त पंक्ति को आत्मसात कर रितिका सिंह ने कोरोना काल में जागरूकता का हाथ बढ़ाया और पेंटिग के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही हैं। फरेंदा कस्बे के फारेस्ट रोड सिविल लाइंस निवासी 28 वर्षीय रितिका सिंह पुत्री राधेश्याम सिंह वाराणसी से बीएएफए, एमएफए व लखनऊ कॉलेज से आर्ट की शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं। वह कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां, सरकारी निर्देशों के पालन करने के लिए प्रेरित करने वाले पोस्टर, सामाजिक समरसता को बढ़ाने में सहयोग देने तथा राष्ट्र हित में जारी विभिन्न निर्देशों का पालन करने के लिए लोगों को अपनी चित्रकारी के माध्यम से जागरूक कर रही हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा ले रही हैं। उनके इस कार्य की सराहना लोग कर रहे हैं। यह रही उपलब्धि:
लाकडाउन के दौरान रितिका सिंह ने 18 भाषाओं में रक्षासूत्र(मौली) से कलाकृति बनाकर लोगों को जागरूक किया। हिदी, अंग्रेजी, भोजपुरी, गुजराती, मैथिली, नेपाली, मलयालम, उर्दू, संस्कृत आदि भाषाओं में लोका: समस्ता: सुखिनो भवंतु लिखा। जिसमें 1400 मीटर रक्षा सूत्र का प्रयोग किया। इस कार्य के लिए उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया नामक संस्था ने बेहतरीन कारनामों की लिस्ट में जगह दी। सांसद रवि किशन ने किया पुरस्कृत:
सांसद गोरखपुर रवि किशन ने रितिका सिंह की पेंटिग व सामाजिक कार्य की सराहना कर उन्हें पुरस्कृत किया था। सांसद ने आगे भी अभियान को बढ़ाने के लिए बधाई दी थी। महिलाएं किसी मामलों में पुरुषों से कम नहीं है। उन्हें आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है। कठिन परिश्रम से महिलाएं किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकतीं हैं।
रितिका सिंह, फरेंदा