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विधेयक की प्रतियां जलाकर शिक्षक-कर्मचारियों ने जताया विरोध

जिलामंत्री सत्येन्द्र कुमार मिश्र ने कहा कि यह आदेश मृत्यु का आज्ञा पत्र है। अभी तक शिक्षा विभाग के किसी शिक्षक विरोधी निर्णय के आदेश के विरुद्ध अध्यापक सीधे उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर न्याय प्राप्त कर सकता था लेकिन अब प्राथमिक माध्यमिक और उच्च शिक्षा की सहायता प्राप्त संस्थाओं के शिक्षक एवं कर्मचारी विभागीय नियमों के विरुद्ध शिक्षा सेवा अधिकरण में वाद करेंगे जिसमें न्याय मिलने की संभावना क्षीण है। सेवा अधिकरण के निर्णय के विरुद्ध के सर्वोच्च न्यायालय में ही बाद प्रस्तुत किया जा सकता है जो शिक्षकों के लिए अत्यंत कष्टकारी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 11:43 PM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 11:43 PM (IST)
विधेयक की प्रतियां जलाकर शिक्षक-कर्मचारियों ने जताया विरोध
विधेयक की प्रतियां जलाकर शिक्षक-कर्मचारियों ने जताया विरोध

महराजगंज: शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 की नीतियों को लेकर सोमवार को शिक्षक व कर्मचारियों का आक्रोश फूट पड़ा। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शैक्षिक महासंघ के बैनर तले जिला मुख्यालय पहुंचे शिक्षकों व कर्मचारियों ने विधेयक की प्रतियां जलाकर विरोध किया। जिलाध्यक्ष केशव मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में समस्त घटकों के अध्यक्ष मंत्री एवं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के समस्त ब्लाकों की कार्यसमिति के साथ जिले के सदस्यों ने एक साथ विधेयक की प्रतियां जलाकर उसका विरोध किया। जिलाध्यक्ष केशवमणि त्रिपाठी ने कहा कि यह अधिकरण शिक्षकों व कर्मचारियों के मूल अधिकारों का हनन करने वाला है।

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जिलामंत्री सत्येन्द्र कुमार मिश्र ने कहा कि यह आदेश मृत्यु का आज्ञा पत्र है। अभी तक शिक्षा विभाग के किसी शिक्षक विरोधी निर्णय के आदेश के विरुद्ध अध्यापक सीधे उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर न्याय प्राप्त कर सकता था, लेकिन अब प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा की सहायता प्राप्त संस्थाओं के शिक्षक एवं कर्मचारी विभागीय नियमों के विरुद्ध शिक्षा सेवा अधिकरण में वाद करेंगे जिसमें न्याय मिलने की संभावना क्षीण है। सेवा अधिकरण के निर्णय के विरुद्ध के सर्वोच्च न्यायालय में ही बाद प्रस्तुत किया जा सकता है जो शिक्षकों के लिए अत्यंत कष्टकारी है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों की सेवा सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। बैजनाथ सिंह, राघवेंद्र पांडेय, अरविद गुप्ता, प्रद्युम्न सिंह, सीताराम जायसवाल , अलाउद्दीन, विरेंद्र सिंह, हरीश शाही, अभय कुमार दूबे, धनप्रकाश त्रिपाठी, देवेंद्र मिश्र, मनौवर अली, हरिश्चंद्र चौधरी, अखिलेश पाठक, आनंदपाल गौतम, अनूप कुमार. डा.गिरींद्रनाथ मिश्र, बृजेश पांडेय , दिनेश कुमार त्रिपाठी , जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।


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