जेल के अंदर से घर पर बात कर सकेंगे कैदी, लगा टेलीफोन बूथ
प्रति मिनट एक रुपये का होगा चार्ज 200 से अधिक कैदियों ने कराया पंजीकरण
महराजगंज : जिला जेल में बंद कैदी अब अपने घर वालों से फोन पर बात कर सकेंगे। जिला जेल में इस व्यवस्था की शुरूआत कर दी गई है। इसके लिए दो टेलीफोन बूथ लगाए गए हैं। पंजीकरण के बाद प्रत्येक कैदी अपने घर वालों से एक बार में पांच मिनट बात करेंगे इसके लिए उन्हें प्रति मिनट एक रुपये चुकाना होगा। हालांकि उनकी सभी बातचीत भी रिकार्ड करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला जेल में लंबे समय से मुलाकात बंद है। इसके अलावा जेलों में वर्ष 2016 में ही मुलाकातियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए टेलीफोन बूथ लगवाए जाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन बीएसएनएल की लचर व्यवस्था के चलते इसकी शुरूआत नहीं हो सकी थी। अब जब कोरोना संक्रमण को लेकर मुलाकाती पूरी तरह से बंद है तो जेल प्रशासन की ओर से एयरटेल कंपनी के दो टेलीफोन बूथ लगवाए गए हैं। प्रत्येक कैदी की बनेगी आइडी, दो नंबरों का कराया जाएगा सत्यापन
जिला जेल में लगे टेलीफोन बूथ अत्याधुनिक हैं। इसमें सभी कैदियों के फिगरप्रिट के माध्यम से उनकी आइडी बनाई जा रही है। आइडी बनने के समय ही उसे रिचार्ज करने की व्यवस्था होगी। एक बार में इस आइडी में 100 रुपये तक अर्थात 100 मिनट का रिचार्ज होगा। इसके बाद कैदी जिस नंबर पर बात करना चाहते हैं उनमें से मात्र किन्ही दो नंबर का ही पंजीकरण हो सकेगा। एक बार में एक नंबर पर मात्र पांच मिनट ही बात होगी, उसके बाद काल स्वत: फोन कट जाएगा। बार-बार नंबर न घुमाना पड़े, इसके लिए बूथ में लगे स्क्रीन को टच करने के बाद उसका नंबर डिस्प्ले हो जाएगा, जिस पर काल करके वह बात कर सकेगा। पूरी बातचीत आटोमेटिक रिकार्ड होती रहेगी।
कोट
जेल में वर्तमान समय में 976 कैदी हैं। यह व्यवस्था सभी कैदियों के लिए की गई है। अबतक कुल 200 से अधिक कैदियों ने इसके लिए पंजीकरण कराया है। शेष के भी पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है।
अरविद श्रीवास्तव, जेलर