जल संरक्षण की दे रहे सीख, नजीर बने पंकज
अपने घर के निकट ही उन्होंने डेढ़ एकड़ जमीन पर तालाब निर्माण कराकर जल संरक्षण की दिशा को एक नया आयाम स्थापित किया है। इतना ही नहीं जल संरक्षण के साथ ही वे आर्थिक समृद्धि की एक नई कहानी लिख रहें हैं।
महराजगंज: कुछ अलग करने के लिए जुनून का होना बहुत जरूरी है। अगर आप पूरी मेहनत और लगन से अपना काम करते हैं तो उसका फल भी एक दिन जरूर मिलता है। हालांकि राह में काफी रुकावटें आती हैं, मगर हमें अपने फैसले पर अडिग रहना चाहिए। तभी हम सफलता को प्राप्त कर सकते हैं।
यह कहना है निचलौल ब्लाक के भेड़िया निवासी पंकज कुमार श्रीवास्तव का। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले पंकज जल संरक्षण को लेकर काफी सजग हैं। अपने घर के निकट ही उन्होंने डेढ़ एकड़ जमीन पर तालाब निर्माण कराकर जल संरक्षण की दिशा को एक नया आयाम स्थापित किया है। इतना ही नहीं जल संरक्षण के साथ ही वे आर्थिक समृद्धि की एक नई कहानी लिख रहें हैं। तालाब निर्माण से उन्होंने न केवल जल संरक्षण की दिशा में कदम उठाया है, बल्कि वे मछली उत्पादन के दिशा में भी बेहतर कार्य कर रहे हैं। मूलरूप से निचलौल ब्लाक के भेड़िया गांव के निवासी पंकज कुमार श्रीवास्तव शीला देवी महाविद्यालय भेड़िया के प्रबंधक हैं। पंकज कुमार ने बताया की जिले में जल संरक्षण के लिए लोगों को उदासीन देखकर वो लगातार चितित रहते थे। उनके मन में लगातार यह विचार आता था कि वो जल को संरक्षित करने के लिए क्या करें। तभी उन्हें तालाब खोदवाने का ख्याल आया। पांच वर्ष पूर्व उन्होंने डेढ़ एकड़ भूमि में तालाब का निर्माण करा दिया। जब तालाब निर्माण हो गया तो मछली पालन का विचार आया। भाग्य और मेहनत से मछली पालन का कारोबार चल निकला और मेरी मेहनत रंग लाई। आज मछली पालन से तालाब पर काम करने वाले कई परिवारों को रोजगार मिला है। पंकज कुमार बताते हैं कि तालाब में जल संरक्षण के साथ मछली पालन को बेहतर मानते हुए इस वर्ष भी डेढ़ एकड़ भूमि में एक और तालाब खोदवाया है।