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संवेदनशील तटबंधों पर कैंप करें अधिकारी : डा. महेंद्र सिंह

जलशक्ति मंत्री द्वारा सभी संबंधित विभागों से बिदुवार जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने बताया कि अबतक जनपद में 838.5 मिमी वर्षा हुई है जो कि रिकार्ड है। इसके कारण रोहिन का जलस्तर 2.41 मी. ऊपर है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Sep 2021 02:05 AM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 02:05 AM (IST)
संवेदनशील तटबंधों पर कैंप करें अधिकारी : डा. महेंद्र सिंह
संवेदनशील तटबंधों पर कैंप करें अधिकारी : डा. महेंद्र सिंह

महराजगंज: बाढ़ सुरक्षा के दृष्टिगत जिले में पहुंचे जलशक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यों की समीक्षा की और बाढ़ बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद की जानी है। जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि राहत बचाव कार्य के साथ संवेदनशील तटबंधों पर अधिकारी रात्रि में भी कैंप करें।

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बैठक की अध्यक्षता करते हुए जलशक्ति मंत्री द्वारा सभी संबंधित विभागों से बिदुवार जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने बताया कि अबतक जनपद में 838.5 मिमी वर्षा हुई है, जो कि रिकार्ड है। इसके कारण रोहिन का जलस्तर 2.41 मी. ऊपर है। जनपद में बाढ़ से कुल 4 तहसील प्रभावित हैं। इन तहसीलों में कुल 112 गांव आंशिक रूप बाढ़ग्रस्त हैं, जबकि 43 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लगभग एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए कुल 29 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। जिनमें 12 सक्रिय हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में एक 120 नाव, 8 स्टीमर तथा 231 गोताखोर राहत कार्यों में लगे हुए हैं। एनडीआरफ की एक टीम और एक प्लाटून पीएसी की लगातार बचाव कार्य कर रही है। साथ ही जनपद में 19 राहत शिविर लगाए गए हैं। जहां बाढ़ प्रभावित लोगों को रखा जा रहा है। बैठक में जलशक्ति मंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत के तहत तीन प्रकार के राहत सामग्री उपलब्ध करायी जाए। इसमें मुख्य राहत पैकेट के साथ-साथ रेडी फूड पैकेट और सूखा भोजन जैसे लाई,चना, नमकीन आदि को शामिल किया जाए। इसके साथ ही बोतलबंद पानी और पानी का जार भी उपलब्ध कराएं जाए। लोगों में वस्त्रों का वितरण भी प्रशासन सुनिश्चित करें और इसमें जनप्रतिनिधि भी सहयोग प्रदान करें।

सिचाई विभाग को निर्देशित करते हुए जलशक्ति मंत्री ने कहा कि संवेदनशील तटबंधों पर विभागीय अधिकारी कैंप कर उसकी निगरानी करते रहें। यह भी निर्देश दिया गांव के एक सेक्रेटरी को बाढ़ नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाए। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में जरूरी दवाओं और पशुओं के लिये चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। फागिग, ब्लीचिग लगातार कराते रहें। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी भी अपनी बातों को रखा। बैठक में पनियरा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, जयमंगल कनौजिया, जगदीश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता, सीडीओ गौरव सिंह सोगरवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।


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