लापरवाही बरतने वाली चार आशाओं को नोटिस
समीक्षा में बीसीपीएम ने पाया कि प्रसव के मामले में लखिमा थरूआ की आशा नीलम पिपराबाबू की सुचिता पटेल रामपुर बुजुर्ग की कुशमावती फुलवारी की मंजू देवी को नोटिस जारी किया है।
महराजगंज: सदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) लवली वर्मा ने मंगलवार को स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस दौरान लापरवाही मिलने पर चार आशाओं को नोटिस जारी किया गया है।
समीक्षा में बीसीपीएम ने पाया कि प्रसव के मामले में लखिमा थरूआ की आशा नीलम, पिपराबाबू की सुचिता पटेल, रामपुर बुजुर्ग की कुशमावती, फुलवारी की मंजू देवी को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि आशा संस्थागत प्रसव पर जोर दें। कहा कि घरेलू प्रसव के कारण जच्चा-बच्चा की जान खतरे में रहती है। इसलिए गर्भवती महिला को घर पर जाकर उनके स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच करते रहें और अस्पताल में प्रसव कराएं। उन्हें बताएं कि जननी सुरक्षा योजना के तहत चिकित्सालयों में प्रसव कराने पर प्रसूता को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जनपद में जिला अस्पताल के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उप केंद्रों पर प्रसव की सुविधा दी जाती है। महिलाओं को चिह्नित कर उन्हें अस्पताल में प्रसव कराने के फायदे के बारे में समझाएं। उन्हें बताएं कि किसी झोलाछाप के चक्कर में न पड़ें। शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने का प्रयास करें। बैठक में गीता, शालिनी, उषा देवी, प्रियंका, अमरावती सहित कई आशा उपस्थित रहीं। अभियान चलाकर एचआइवी मरीजों को करें चिह्नित
एचआइवी दिवस पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे ने वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने देश में बढ़ रहे एचआइवी मरीजों को संख्या पर चिता जताई। उन्होंने कहा कि 2030 तक देश को एचआइवी से मुक्त करना है। इसके लिए एचआइवी पीड़ितों को लेकर गंभीरता से कार्य करें। व्यापक रूप से अभियान चलाकर लोगों की जांच करें और पाजिटिव मिलने पर उनका उपचार कराएं। हाई रिस्क ग्रुप के मरीजों की को भी चिह्नित कर उनका उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि अगर कोई मरीज दवा नहीं ले जा रहा है, तो उसे फालो करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न हो। जागरूकता अभियान चलाने में सामाजिक संस्थाओं से सहयोग लें। ताकि एचआइवी का समूल नाश किया जा सके। इस दौरान डा. एवी त्रिपाठी, जितेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।