इंडिया मार्क हैंडपंप खराब, पानी के लिए ग्रामीण हलकान
महराजगंज सरकार के लाख प्रयास के बाद भी ग्रामीणों को शुद्ध जल मुहैया नहीं हो पा रहा है।
महराजगंज: सरकार के लाख प्रयास के बाद भी ग्रामीणों को शुद्ध जल मुहैया नहीं हो पा रहा है। फरेंदा विकास खंड के अधिकतर गांवों में लगे इंडिया मार्क हैंडपंप खराब पड़े हैं, जो सही हैं वह दूषित जल उगल रहे हैं। दूषित पानी के सेवन से ग्रामीणों में गंभीर बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई हैं।
क्षेत्र के सोनबरसा, डडवार खुर्द, निरनाम पश्चिमी, मथुरानगर, सिधवारी, पोखरभिडा सहित अन्य गावों में अधिकतर हैंडपंप खराब पड़े हैं। अधिकांश हैंडपंपों को ठीक नही कराया जा सका है। खराब पड़े हैडपंपों की मरम्मत के लिए ग्रामीणों ने कई बार शिकायत भी किया, लेकिन खराब पड़े उन हैंडपंपों को ठीक नही कराया जा सका है। खंड विकास अधिकारी फरेंदा वशिष्ठ नरायन सिंह ने कहा कि खराब हैंडपंपों की जानकारी मिली है। जांच कराकर खराब पड़े हैंडपंपों को ठीक करा दिया जाएगा।
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मच्छरों के प्रकोप से ग्रामीण परेशान, जिम्मेदार मौन
आनंदनगर:
फरेंदा तहसील क्षेत्र में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जहा-तहां जलजमाव व गंदगी से मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। लोग मच्छरों से होने वाले संक्रमण को लेकर भयभीत हैं। वहीं जगह-जगह फैली
गंदगी व कूड़े के ढ़ेर से दुर्गध उठने के साथ मच्छरों की संख्या भी बढ़ने लगी है। ऐसी स्थिति में साफ सफाई की कमी व स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फागिग न कराए जाने से मलेरिया व अन्य संक्रामक रोग फैलने की आशंका बढ़ गई है। मच्छरों पर अंकुश लगाने के लिए संबंधित विभाग और प्रशासन सिर्फ कागजों में फागिग करवा रहे हैं। जिसके कारण कोरोना काल के दौरान क्षेत्र में मलेरिया व वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।बावजूद इसके नगर पंचायत से लेकर गांवों तक मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं अपनाई गई। वैसे तो प्रशासन गांवों में फागिग कराने के लिए टीमें लगा रखी हैं। इस पर अच्छा खासा बजट भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा खर्च किया जाता है। लेकिन मच्छरों पर कहीं कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। स्थानीय पवन कुमार गौड़, दिनेश यादव, रमेश, कमला प्रसाद, चंदन, मनोज, भूपेंद्र सहित अन्य लोगों ने गांव में फागिग कराने की मांग किया है।