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गर्मी में भी पानी से भरा रहता है हरपुर महंथ का तालाब

इस तालाब का वर्ष2018-2019में पर्यटन विभाग ने चारों तरफ से सुंदरीकरण कराया तथा सीढ़ी बनवाया तथा तालाब तक जाने के लिए इंटरलाकिग कराया। शाम को रहती है चहल पहल तालाब के किनारे शाम को गांव सहित आसपास के लोग भी आकर बैठते हैं और सेल्फी लेते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 12:25 AM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 12:25 AM (IST)
गर्मी में भी पानी से भरा रहता है हरपुर महंथ का तालाब
गर्मी में भी पानी से भरा रहता है हरपुर महंथ का तालाब

महराजगंज:

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गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान से क्षेत्र के तमाम पोखरे और तालाब सूख रहे हैं। हरपुर महंथ शिवमंदिर परिसर में स्थित विशालकाय तालाब पानी से भरा हुआ है यह तालाब पशु पक्षियों के लिए जीवनदायिनी है। इस तालाब को महंथ प्रेमनाथ गिरी ने अपने निजी तीन एकड़ भूमि में खोदवाया है।

पर्यटन विभाग ने कराया जीर्णोद्धार

इस तालाब का वर्ष2018-2019में पर्यटन विभाग ने चारों तरफ से सुंदरीकरण कराया तथा सीढ़ी बनवाया तथा तालाब तक जाने के लिए इंटरलाकिग कराया। शाम को रहती है चहल पहल तालाब के किनारे शाम को गांव सहित आसपास के लोग भी आकर बैठते हैं और सेल्फी लेते हैं।

स्थिर रहता भूगर्भ जल

ग्रामीण अरुण कुमार मिश्र, संजय पांडेय, अमरजीत मोदनवाल, सुनील पांडेय,रामनगीना चौधरी,वंशी,पारस चौधरी, अमरेश्वर पांडेय, कृष्णानंद,दीपक शुक्ल ने कहा कि तालाब खोदवाने से अब भूगर्भ जल स्थिर रहता है। तालाब जब नहीं था तो गर्मी में परेशानी होती थी। पानी से भरा रहता है तालाब

तालाब अधिक गहरा होने के कारण हमेशा पानी से लबालब भरा रहता है। पशु पक्षी अपनी प्यास बुझाते हैं। यज्ञ होने पर कलश में जल भरने आते लोग आसपास के गांवों में यज्ञ के आयोजन होने पर लोग कलशयात्रा के साथ मंदिर पर आते हैं और इसी तालाब से कलश में जल भरते हैं। भूगर्भ जलस्तर मानव समाज सहित सभी प्राणियों के लिए घातक है। ऐसे में सबकी जिम्मेदारी है कि वर्षा के जल को संचय करने की।

भगवान स्वयं भक्तों की करते हैं रक्षा फरेंदा विकास खंड के ग्राम सभा डंडवार खुर्द में श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य अर्जुन प्रसाद मिश्र ने ध्रुव व प्रहलाद की कथा को विस्तार से सुनाया।कथा में कहा कि विपत्ति काल में भी ईश्वर के नाम का सहारा नहीं छोड़ना चाहिए। ईश्वर के प्रति अपने विश्वास को मजबूती देनी चाहिए। वहीं हर कष्ट और दुखों का निवारण करते हैं। ध्रव और प्रहलाद ने भी कठिन से कठिन परिस्थिति में ईश्वर के प्रति अपने विश्वास को डिगने नहीं दिया था। इससे उन्हें ईश्वर के दर्शन हुए और संसार का समस्त सुख मिला। उन्होंने बताया कि बालक ध्रुव ने वन में कठोर तपस्या कर जगतपिता की गोद में सुख प्राप्त किया। वहीं भक्त प्रहलाद की सच्ची सेवा भक्ति को देखते हुए भगवान नरसिंह रूप धारण कर प्रकट हुए और प्रहलाद के जीवन की रक्षा की। उन्होंने कहा कि ईश्वर के नाम का स्मरण रखने से भी भगवत कृपा का प्रसाद मिलता है। भगवान स्वयं अपने भक्तों की रक्षा के लिए आते हैं और अपने भक्तों का उद्धार करते हैं। रमेश चंद्र पांडेय, शैलेश कुमार मिश्र, राजेश दुबे, राम चंद्र दुबे, विशंभर यादव, छेदी शर्मा, अवधेश पांडेय, कुसुम पांडेय, सुधा पांडेय,मिथिलेश, रेवती रमण पांडेय आदि मौजूद रहे।


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